500₹ और 2000₹ के आगमन से भारत की अर्थव्यवस्था पर प्रभाव

7 Min Read
500₹ और 2000₹ के आगमन से भारत की अर्थव्यवस्था पर प्रभाव

दोस्तों आज के इस आर्टिकल में हम भारत सरकार के ऐतिहासिक निर्णय यानी कि ₹500 और हजार रुपए की नोटबंदी के बाद भारत की अर्थव्यवस्था पर कैसा प्रभाव रहा है उसके बारे में जानकारी हासिल करेगे। आप 500₹ और 2000₹ के आगमन के भारत की अर्थव्यवस्था पर प्रभाव आर्टिकल को ध्यान से पढ़ना ताकि हमारी जानकारी आप तक पहुंच सके।

दोस्तों हम सब जानते हैं कि साल 2016 मे 8 नवंबर के दिन भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र भाई मोदी ने भारतीय मुद्रा प्रणाली में एक नया बदलाव लाने की कोशिश की थी। पूरे देश को संबोधित करते हुए नरेंद्र मोदीजी ने कहा था कि 11 नवंबर की रात से भारत में प्रचलित या फिर जमा किए गए ₹500 और ₹1000 के नोट है वह सभी अमान्य हो जाएगे। इसका मतलब यह है कि 11 नवंबर की रात के बाद से ₹500 और हजार रुपए की नोट की कीमत कागज के समान हो जाएगी। आखिर भारत सरकार ने यह बड़ा फैसला क्यों लिया? इसका प्रभाव आम जनता पर क्या होगा?

भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने इस बात की घोषणा भी की थी कि भारत की आम जनता के पास जितने भी ₹500 और हजार रुपए की नोट पहले से पड़े हैं उसे 10 नवंबर से 30 दिसंबर यानी कि 50 दिनों के अंदर अंदर बैंक में जमा करवा दे।

दूसरे शब्दों में हम कह सकते हैं कि भारत सरकार द्वारा यह एक प्रकार की सर्जिकल स्ट्राइक है। इसका सबसे ज्यादा प्रभाव काले धन जमा करने वाले, जमाखोरों, तस्करी करने वाले लोग और भ्रष्टाचार से पैसे कमाने वाले नेताओं पर पड़ेगा। भारत में मौजूद नकली नोट और काले धन की वजह से भारत में आतंकवाद फैल रहा है। नकली नोट छापने वाले ने करोड़ों रुपए की नोट भारत के मार्केट में फैला दी होगी, परंतु भारत सरकार के इस फैसले के बाद इन सभी नोटों की वैल्यू जीरो हो जाएगी।

जरुर पढ़ें : सूक्ष्म लघु और मध्यम उद्योग किन्हें कहा जाता है?

आखिर मोदी जी ने demonization का फैसला क्यों लिया?

Demonetization का मतलब किसी खास मुद्रा का चलन बंद करना होता है। भारत सरकार के इस फैसले का सिर्फ एक ही लक्ष्य था की भारत में जमा किए गए काले धन को मृतप्राय बना देना। काला धन रखने वाले ऑफिसर, ऑफिस में काम करने वाले बड़े बाबू, उद्योगपति और भ्रष्टाचार करने वाले व्यक्ति जिन्होंने गैरकानूनी तरीके से काला धन इकट्ठा किया था उनके लिए 11 नवंबर का दिन काले दीन के समान था।

काला धन कमाने वाले उसको बैंक में नहीं जमा करवाते। क्योंकि ऐसा करने पर बैंकों के पास काले धन का रेकोड आजाएगा। इसके लिए वे सभी अपने काले धन को Swiss bank मैं जमा करते हैं क्योंकि वहां पर आरबीआई को उसकी माहिती निकालने में परेशानी का सामना करना पड़ता है।

कई सारे लोग अपने काले धन को घर की टंकी में, बिस्तर के नीचे या तो धरती के नीचे टंकी बनाकर जमा करते हैं। साल 2015 में भारत में से 4 लाख 77 हजार 546 करोड रुपए की नकली नोट बरामद हुई थी।

मोदीजी ने और क्या क्या घोषणा की थी?

  • पूरे भारत में नोटबंदी के बाद सभी सिक्के और 1, 2, 5, 10, 20, 50, 100 के नोट ही कार्यरत रहे थे।
  • मुद्रा प्रणाली मैं एक नई शृंखला की शुरुआत की जाएगी जिसमें 500₹ और 2000₹ की नोट होगी।
  • बैंक 9 नवंबर को बंद रहेगा।
  • 9 नवंबर और 10 नवंबर के दिन एटीएम भी बंद रहेगा।
  • थोड़े दिनों के लिए आप अपने डेबिट कार्ड से केवल ₹2000 तक पैसे निकाल सकते हैं। बाद में यह सीमा बढ़ाकर ₹4000 की कर दी थी।
  • अगर आपको देश की जरूरत है तो आप अभी बैंक जा कर पुराने ₹500 और ₹1000 के नोट को एक्सचेंज कर सकते हो।
  • इंटरनेट बैंकिंग, नकद और डिमांड ड्राफ्ट से होने वाले आदान-प्रदान पर कोई प्रतिबंध नहीं होगा।
  • दैनिक नकद निकासी सीमा ₹10000 और मासिक निकास की सीमा ₹20000 तय की गई है।
  • आरबीआई द्वारा जल्द से जल्द 500₹ और 2000₹ की नोट सभी बैंकों तक पहुंचादी जाएगी।
  • डाकघर और बैंक को अतिरिक्त काउंटर खोलने का आदेश दिया गया था और जनता की सुविधा के लिए बैंक के कर्मचारियों के काम करने के घंटे को बढ़ा देने का निर्देश दिया गया था।
  • 72 घंटे यानी कि 3 दिन तक सरकारी अस्पतालों में ₹500 और ₹1000 के नोट का इस्तेमाल कर सकते हैं।
  • साथ ही साथ रेलवे, सरकारी बस और एयरलाइन टिकट काउंटर मे भी 3 दिनों तक पुरानी नोट का स्वीकार किया जाएगा।
  • गवर्नमेंट ऑयल कंपनी मैं भी इन दिनों तक पुरानी नोटों का स्वीकार किया जाएगा।

जरुर पढ़ें : विदेशी मुद्रा भंडार अर्थ, संरचना, उद्देश्य और लाभ

आम जनता को क्या करना चाहिए?

भारत सरकार के ऐतिहासिक निर्णय के बाद आम जनता को परेशानी हो सकती है। जैसे कि बैंक में भीड और लम्बी कतारे क्योंकि इस घोषणा के बाद सभी अपना अपना पैसा जमा कराने के लिए बैंकों में आएगे। परंतु हमें समझना चाहिए की घटना के बाद से भारत की अर्थव्यवस्था में पारदर्शिता आ जाएगी साथ ही साथ भारत में छिपा हुआ काला धन बाहर आ जाएगा जिससे भारत के मुद्रण व्यवस्था में बड़ोती होगी।

Last Final Word

दोस्तों यह थी भाई ₹100 और ₹2000 के आगमन से भारत की अर्थव्यवस्था पर होने वाले प्रभाव के बारे में जानकारी। हम उम्मीद करते हैं हमारी जानकारी आपको पसंद आई होगी। अगर आपको हमारी जानकारी पसंद आई हो तो इसे अपने दोस्तों के साथ शेयर कीजिए।

दोस्तों आपके लिए Studyhotspot.com पे ढेर सारी Career & रोजगार और सामान्य ज्ञान से जुडी जानकारीयाँ एवं eBooks, e-Magazine, Class Notes हर तरह के Most Important Study Materials हर रोज Upload किये जाते है जिससे आपको आसानी होगी सरल तरीके से Competitive Exam की तैयारी करने में।

आपको यह जानकारिया अच्छी लगी हो तो अवस्य WhatsApp, Facebook, Twitter के जरिये SHARE भी कर सकते है ताकि और भी Students को उपयोगी हो पाए और आपके मन में कोई सवाल & सुजाव हो तो Comments Box में आप पोस्ट करके हमे बता सकते है, धन्यवाद्।

Share This Article
Leave a comment