दुनिया में कई अलग अलग प्रकार के खनिज पाई जाती है, हर व्यक्ति प्रतिदिन खनिजों से बने उत्पादों का उपयोग करता है। हम अपने भोजन में जो नमक मिलाते हैं, वह मिनरल हैलाइट है। एंटासिड की गोलियां खनिज कैल्साइट से बनाई जाती हैं। माणिक और नीलम कोरन्डम नामक खनिज की रंगीन किस्में हैं।लकड़ी की पेंसिल की तरह सरल बनाने के लिए कई खनिजों की आवश्यकता होती है। “सीसा” ग्रेफाइट और मिट्टी के खनिजों से बना है, पीतल का बैंड तांबे और जस्ता से बना है, और जिस रंग में रंग होता है उसमें विभिन्न प्रकार के खनिजों से बने रंगद्रव्य और भराव होते हैं। एक सेल फोन दर्जनों विभिन्न खनिजों का उपयोग करके बनाया जाता है जो दुनिया भर में खानों से प्राप्त होते हैं।हम जिन कारों को चलाते हैं, जिन सड़कों पर हम यात्रा करते हैं, जिन इमारतों में हम रहते हैं, और हमारे भोजन का उत्पादन करने वाले उर्वरक सभी खनिजों का उपयोग करके बनाए जाते हैं।संयुक्त राज्य में, 300 मिलियन नागरिकों के जीवन स्तर का समर्थन करने के लिए हर साल लगभग तीन ट्रिलियन टन खनिज वस्तुओं की खपत होती है। यानी हर व्यक्ति के लिए हर साल लगभग दस टन खनिज सामग्री की खपत होती है। तो चलिए जानते है धात्विक खनिज और अधात्विक खनिज के बारे में।
खनिज क्या है?
खनिज एक ऐसा भौतिक पदार्थ है जो बड़ी बड़ी खिन से निकला जाता है। जैसी की लौहा, सोना चांदी, कोयला बोक्साईड इत्यादि होते है। खनिज मानव जीवन का बहुत ही जरुरी हिस्सा है, मनुष्य अपने हर काम में खनिज का प्रयोग करता है। चाहे वो फिर छोटी चीज हो या बड़ी सुबह से लेकर शाम तक मनुष्य खनिज के साथ जुड़ रहता है इस लिए जितना मनुष्य के जीवन में पानी और खोराक जरुरी है उतना ही खनिज भू जरुरी है।
खनिज की परिभाषा क्या है?
“खनिज” शब्द का प्रयोग कई अलग-अलग तरीकों से किया जाता है। यहां कुछ उदाहरण दिए गए है। एक खनिज की एक औपचारिक परिभाषा, जैसा कि भूवैज्ञानिकों द्वारा उपयोग किया जाता है। एक स्वाभाविक रूप से होने वाली अकार्बनिक ठोस जिसमें एक निश्चित रासायनिक संरचना होती है, और एक आदेशित आंतरिक संरचना होती है। भूवैज्ञानिक खनिजों की पहचान करने में सक्षम हैं क्योंकि उनके पास विशिष्ट भौतिक गुण है।
यह एक प्राकृतिक रूप से पाया जाने वाला पदार्थ होना चाहिए जो पृथ्वी या अन्य अलौकिक निकायों पर प्राकृतिक भूवैज्ञानिक प्रक्रियाओं द्वारा बनाया गया हो। यह सीधे और विशेष रूप से मानव गतिविधियों (मानवजनित) या जीवित प्राणियों (बायोजेनिक) द्वारा उत्पन्न यौगिकों को बाहर करता है, जैसे कि टंगस्टन कार्बाइड, मूत्र पथरी, पौधों के ऊतकों में कैल्शियम ऑक्सालेट क्रिस्टल और सीशेल। हालांकि, इस तरह की उत्पत्ति वाले पदार्थ योग्य हो सकते हैं यदि उनकी उत्पत्ति में भूवैज्ञानिक प्रक्रियाएं शामिल थीं (जैसा कि इवनकाइट का मामला है, जो पौधों की सामग्री से प्राप्त होता है; या तारानाकाइट, बैट गुआनो से; या एल्परसाइट, माइन टेलिंग से)। काल्पनिक पदार्थों को भी बाहर रखा गया है, भले ही उनके वर्तमान में दुर्गम प्राकृतिक वातावरण जैसे पृथ्वी के मूल या अन्य ग्रहों में होने की भविष्यवाणी की गई हो
खनिज के प्रकार
खनिज के मुख्य तिन प्रकार है धात्विक खनिज, अधात्विक खनिज, ऊर्जा खनिज।
धात्विक खनिज क्या है?
धात्विक खनिज पदार्थ जिनमे धातु अंश पाया जाता है, उन्हें धात्विक खनिज कहते है। धात्विक खनिज ताप एवं विद्युत् के सुचालक होते है, खनिज खानों से निकाले जाने पर इस में कई सारी अशुद्धिया होती है। खनिज को पिग्लाने पर धातु प्राप्त होती है इस लिए इस धात्विक खनिज कहा जाता है। धात्विक खनिज बहुत ही कठोर और चमकीली होती है। धात्विक खनिज को पिटा जा सकता और अकार दिया जा सकता है यह खनिज टूट नही सकता है केवल पिगल सकता है। धात्विक खनिज में तन्मयता का गुणधर्म होता है। धात्विक खनिज के तिन प्रकार होते है, लौह धात्विक खनिज, अलौह धात्विक खनिज, बहुमूल्य धात्विक खनिज।
धात्विक खनिज के प्रकार
लौह धात्विक खनिज : जिस धातु में लौह का प्रमाण बहुत अधिक मात्रा में होता है उसे लौह धात्विक खनिज कहते है। इस धातु में जंग लगता है यह धातु का उपयोग लोहा बानाने के लिए किया जाता है। यह खनिज पर्वतों में पाई जाती है। यह धातु का रंग काले स्लेटी रंग के होता है इस खनिज में चुम्बकीय शक्ति का प्रमाण भी होता है लेकिन विदुतीय के अच्छे चालक नही होता है लौह खनिज सरलता से प्राप्त हो सकती है। जैसे की यस्क, मैंगनीज, क्रोमियम, निकिल, कोबाल्ट, टंगस्टन, मोलिब्डेनम, बोराॅन, बाॅक्साइट वनेडियम, क्रोमाईट, पाइराइट, आदि।
अलौह धात्विक खनिज : जिस धात्विक खनिज में लौह की मात्रा बुहत ही कम या नहीवत होती है, उन्हें अलौहा खनिज काहा जा सकता है। अलौह धात्विक खनिज में जंग का प्रमाण बिलकुल भी नही हिता है। इन खनिज में चुबकिय शक्ति नही होती है, एवं कठोरत बहुत ही कम होती है। अलौह खनिज के कई सारे अलग अलग रंग होते है, यह खनिज सभी प्रकार के पर्वत या पहाड़ी पर पाई जाती है। अलोह खनिज की प्राप्ति कठिन होती है। जैसे की सीसा, जस्ता, ताँबा, मैग्नीशियम, लेड, बाॅक्साइट, जिंक आदि।
बहुमूल्य धात्विक खनिज : सौना चांदी प्लैटिनम, पैलेनियम होते है जो बहुत ही कम जगह पर मिलते इन खनिज को प्राप्त करने के लिए बहुत मेहनत करनी पड़ती है यह खनिज आसानी से नही मिल सकती है। यह खनिज में जंग नही लगता है और यह खनिज बहुत ही मूल्यवान होती है। यह सिर्फ खिन में ही मिल सकती है। बहुत ही चमकीली खनिज होती है।
अधात्विक खनिज क्या है?
जिन खनिज पदार्थ में धात्विक के अंश नही होते है, उन्हें अधात्विक खनिज कहा जाता है। अधात्विक खनिज में अशुद्धिय बहुत ही कम होती है धात्विक खनिज को पिग्लाने से धातु की प्राप्ति नही होती है इस लिए उन्हें अधात्विक खनिज कहा जाता है, इस खनिज को भंगुर की प्रकृति कहते है। अधात्विक खनिज की अपनी एक चमक होती है। अधात्विक खनिज पत्थर एवं मिट्टी से बनते हैं तथा ये अवसादी एवं परतदार चट्टानों में पाये जाते है। अधात्विक को पिटा नही जा सकता और इनको अकार नही दिया जा सकता है। अधात्विक खनिज को पिट ने पर या पिग्लाने पर यह टूट जाती है।
अधात्विक खनिज के प्रकार कितने है?
अधात्वि खनिज के दो प्रकार है कार्बनिक खनिज और अकार्बनिक खनिज कार्बनिक खनिज ऐसे खनिज जिनमें जीवाश्म होता है उन्हें कार्बनिक खनिज कहते हैं। जैसे की कोयला, पेट्रोलियम।अकार्बनिक खनिज ऐसे खनिज जिनमें जीवाश्म नहीं होता है, उन्हें अकार्बनिक खनिज कहते हैं। जैसे की अभ्रक, ग्रेफाइट।
धात्विक खनिज और अधात्विक खनिज
धात्विक खनिज के उदाहरण | अधात्विक खनिज के उदाहरण |
सोना | हीरा |
चांदी | अभ्रक |
तांबा | कोयला |
लोहा | पेट्रोलियम |
एल्युमिनियम | नमक |
सीसा-जस्ता | फाॅस्फेट |
क्रोमियम | नाइट्रेट |
जिंक | चूना पत्थर |
टंगस्टन | घीया पत्थर |
निकिल | बलुआ पत्थर |
मैंगनीज | मुल्तानी मिट्टी |
कोबाल्ट | तामङा |
मोलिब्डेनम | राॅक फास्फेट |
बोराॅन | पन्ना |
बाॅक्साइट | जिप्सम |
वनेडियम | संगमरमर |
क्रोमाईट | ग्रेनाइट |
पाइराइट | डोलोमाइट |
टाइटेनियम | फिरोज |
मैग्नीशियम | ऐस्बेस्ट्राॅस |
काॅपर | पोटाश |
प्लैटिनम | यूरेनियम |
लेड | फेल्सपार |
टिन | लवण |
पैलेनियम | पाराइटस |
उर्जा खनिज क्या होती है?
जिस खनिज से शक्ति यानि ऊर्जा की प्राप्ति होती है उसे उर्जा खानजी कहा जाता है इस उर्जा की प्राप्ति मनुष्य सूर्य, जीवाश्म पदार्थ एवं परमाणु जैसे घटक से होती है। जैसे कीकोयला, पेट्रोलियम, प्राकृतिक गैस, यूरेनियम, थोरियम, बेरिलियम, इल्मेनाइट, ग्रेफाइट आदि। उर्जा खनिज के दो प्रकार होते है एक इंधन खनिज और दूसरा है अणु शक्ति खनिज इंधन खनिज इंधन के रु पाया जाता है इस लिए वह इंधन खनिज कहलाती है। जैसे की कोयला, पेट्रोलिय, प्राकृतिक गैस अणु शक्ति खनिज आग्रय पर्वत मर ज्यादातर पाई जाती है। यह खनिज परमाणु उर्जा की स्थापना में सहायक बनती है। जैसे की यूरेनियम, थोरियम, बेरिलियम, ग्रेफाइट,
खनिज के गुणधर्म क्या है?
- क्रिस्टलीय रूप
- कठोरता
- विशिष्ट घनत्व
- रंग
- चमकीलापन या चमक
- पारदर्शिता
- रेखित
- विमंगित एवं विदलनी संरचना
खनिज का वर्गीकरण
- सिलिकेट वर्ग
- कार्बोनेट वर्ग
- सल्फेट वर्ग
- हैलाइड वर्ग
- ऑक्साइड वर्ग
- सल्फाइड वर्ग
- फास्फेट वर्ग
खनिज की विशेषता
खनिज ज्यादातर जमीन के अन्दर पाई जाती है खिन पे या पर्वत के अंदर होती है। खनिज भंडार कृषि, वन, जल या अन्य प्राकृतिक संसाधनों की तुलना में अधिक बिखरे हुए और छोटे हैं, खनिज पदार्थ का भंडार निश्चित होता है। खनिज का उपयोग मांग के हिसाब से किया जाता है, गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए, उत्पाद गुणवत्ता में सुधार करता है।
Last Final Word
दोस्तों हमारे आज के इस आर्टिकल में हमने आपको धात्विक खनिज और अधात्विक खनिज की जानकारी के बारे में बताया जैसे की खनिज क्या है?, खनिज की परिभाषा क्या है?, खनिज के प्रकार, धात्विक खनिज के प्रकार, अधात्विक खनिज क्या है?, अधात्विक खनिज के प्रकार कितने है?, उर्जा खनिज क्या होती है?, खनिज के गुणधर्म क्या है?, खनिज का वर्गीकरण, खनिज की विशेषता और सामान्य ज्ञान से जुडी सभी जानकारी से आप वाकिफ हो चुके होंगे।
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