नमस्कार दोस्तों! हमारे आज के इस आर्टिकल में हम आपको डिएम कैसे बने की पूरी जानकारी देंगे सरकारी नौकरी में अगर किसी नौकरी का सबसे ज्यादा मूल्य है तो वे IAS की नौकरी हैDM नौकरी का महत्व बहुत है। भारत की सबसे प्रतिष्ठित नौकरी है IAS जिसे डिएम कहा जाता है डिएम सरकारी ऑफिसर की एक रैंक होती है। डिएम एक ऐसा पद है जिसे हर कोई पाना चाहता है क्योकि डिएम ऑफिसर को जो अधिकार मिलते है वो किसी और सरकारी अधिकारी को नही मिल सकते है। इस लिए DM अधिकारी का पद्द बहुत ही पावरफुल और समाज में सम्मान वाला होता है बहुत ऐसे स्टूडेंट है, जो अपपनी पढाई पूरी करने के बाद एक डिएम ऑफिसर बनने की इच्छा रखते है। डिएम बनना इतना आसान नही है जितना आप सोचते है।
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डिएम अधिकारी क्या है? (What is DM Officer in Hindi)
डिएम का मतलब होता है जिला मजिस्टेट या फिर आप कलेक्टर भी कहा सकते है डिएम ऑफिसर जिले का सबसे मुख्य अधिकारी होता है जिसे मुख्या भी कहा जाता है। डिएम या जिला मजिस्टर जिले का मुख्य कार्य कर्ता होता है। वह जिले में जो भी गतिविधिय हो रही है उनका निर्दश करना और ठीक से करवाने की जिम्मेदारी डिएम अधिकारी की होती है। डिएम अधिकारी का मुख्य कार्य जिले के लोगो का सक्रीय सहयोग और समर्थन के साथकार्यक्रम को लागु करवा न है। एक DM ऑफिसर अपने जिले के कानून और व्यवस्था के संचालन और देखभाल के लिए जिम्मेदार होता है। और किसी भी गेरकानूनी कार्य के खिलाफ आवश्यक कारवाई करने की शक्ति रखते है, और अपने जिले के वार्षिक अपराध का प्रतिवेदन प्रस्तुत पोलिस्तेष्ण तथा जिले का समय समय पर निरिक्षण करते है, ताकि जनता की समस्याका निराकरण कर सके जिले में हो रही सभी व्यवस्था को मडंल आयुक्त यानि DIVISIONAL कमीश्रर को बतान होता है ताकि DIVISIONAL कमिश्नर जिले के स्सरे मामले से वाकिफ हो।
DM का FULL FORM क्या है ?
DM का फुल फॉर्म DISTRICT MAGISTRATE होता है और हिंदी में इसे जिला अधिकारी भी कहा सकते है।
डिएम ऑफिसर के कार्य :
- जिले की जमीन का मूल्याकन करने का कार्य DM अधिकारी का होता है।
- भूमि राजस्व का संग्रहण, भूमि रिकार्डों का रख-रखाव, भूमि सुधार व जो तों का एकीकरण
- डिएम अधिकारी का कार्य जीमन अधिग्रहण जमीन की देखभाल करना जमीन में सुधारक कार्य करना
- कृषि ऋण का वितरण करना और बाढ़, सुखा और महामारी जैसे आप्ति के लिए प्रबधन करने का कार्य जिला अधिकारी का होता है।
- बकाया आयकर, उत्पाद शुल्क, सिंचाई बकाया को वसूलना जिला मजिस्ट का कार्य है।
- बाहरी आक्रमण और दंगों के समय संकट प्रबंधन करने का डिएम का कार्य होता है
- स्टेट की बैंकर की समिति का अध्यक्षता डीएम होता है।
- जिला योजना केंद्र की अध्यक्षता
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डिएम अधिकारी की शैक्षिक योग्यता क्या है ? (Educational Qualification for DM Officer)
यूपीएससी या फिर सिविल सर्विस की एग्जाम के अप्लाई के लिए स्टूडेंट की कुछ योग्यता का होना जरुरी है। जो भी स्टूडेंट डीएम अधिकारी की एग्जाम देना चाहते है उनकी कम से कम शैक्षिक योग्यता का होना जरुरी है स्टूडेंट के पास बैचलर ऑफ़ की डिग्री होना बहुत ही आवश्यक है अगर कोई MBBS या फिर किसी भी मेडिकल फिल्ड की एग्जाम में पास है लेकिन INTERSHIP पूरी नही हुई हैतो वे स्टूडेंट भी यह एग्जाम दे सकते है।
डिएम बनने की आयु सीमा (Age Limit for District Magistrate)
केटगरी के हिसाब से आयु सीमा निर्धारित की गई है अगर कोई स्टूडेंट जनरल केटेगरी में है तो कम से कम उम्र 21 वर्ष और अधिक से अधिक 30वर्ष होनी चाहिए और अगर कोई स्टूडेंट ओबीसी केटेगरी में आता है तो उसके लिये उम्र सीमा में 3 साल की छूट के साथ यानि की आयु सीमा न्यूनतम 21 वर्ष और अधिकतम 33 वर्ष होनी जरुरी है, एससी और एसटी के स्टूडेंट के लिए 5 वर्ष की छुट दी गई है जिससे SC और ST वर्ग की न्यूनतम उम्र सीमा 21 वर्ष और अधिकतम 35 वर्ष तक होनी चाहिए।
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डीएम बनने के लिए राष्तियता क्या होनी चाहिए ?
DM बनने के लिए स्टूडेंट भारत, नेपाल या फिर भूटान का रहवासी होना चाहिए।
स्टूडेंट तिबेटियन रिफ्यूजी होना चाहिए जिनका पूर्वज 1 जन्युआरी 1962 से भारत में स्थाई रूप से स्थानिक होना चाहिए।
अगर कोई व्यक्ति इथोपिया , केन्या , मलावी, यूगांडा, म्यांमार, श्रीलंका , पाकिस्तान, तंज़ानिया , वियतनाम , ज़ैरे , या ज़ाम्बिया का नागरिक है, और वो भारत में स्थायी रूप से सेटल होने के इरादे से आये है तो वो डीएम बन सकता है।
डीएम बनने के लिए स्टूडेंट कितनी बार एग्जाम दे सकता है ?
- जनरल केटेगरी के स्टूडेंट डीएम की एग्जाम छे बार दे सकते है।
- ओबीसी केटेगरी के स्टूडेंट इस एग्जाम को नोव बार दे सकते है।
- ओए एससी/एसटी केटेगरी के स्टूडेंट इस एग्जाम को अपनी आयु सीमा तक यानि कई बार दी सकते है इन केटेगरी वाले स्टूडेंट के लिए कोई limit नही है।
- और विकलांग स्टूडेंट के लिए या एग्जाम देने के लिए कोई limit नही है।
डिएम कैसे बने ? (How to become District Magistrate)
अगर आप जिला अधिकारी बनना चाहते है तो सबसे पहले आपको आईएस का एग्जाम देना होगा यानि आईएस बनना होगा जिला मजिस्टे बनने के लिए आपको आईएस की परीक्षा में सफल होना होगा। जोकि यूपीएससी की द्वारा आयोजित की जाती है इस एग्जाम में सफल होने के बाद ही आप आईएस ऑफिसर बन सकते है।अगर आप यूपीएससी सिविल सेवा एग्जाम को टॉप रैंक के साथ पास कर लेते है तो आप आईएएस (Indian administrative Services) बन सकते है। आईएएस के दो प्रोमोशन के बाद आप डिएम बन सकते है।
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डीएम एग्जाम पैटर्न (DM Exam Pattern)
डीएम बनने के लिए आपको यूपीएससी के आईएस एग्जाम को देना होगा यूपीएससी के आईएस एग्जाम में तिन स्टेप आते है जिनमे आपको सफल होना होता है दो चरण में लिखित एग्जाम होती है और तीसरे चरण में स्टूडेंट को इंटरव्यू के लिए बुलाया जाता है।
प्रारंभिक परीक्षा (Preliminary Exam)
डिएम बनने से पहले यूपीएससी द्वारा आयोजित CSE का देना होता है है पहला स्टेप है प्रारंभिक परीक्षा का इसमें 2 प्रकार के प्रश्न पेपर होते है दोनों पेपर 400 मार्कस के होते है प्रश्न पत्र में आपको 1 मार्कस के प्रश्न पूछे जाते है और दुसरे प्रश्न पेपर में आपको 2.5 मार्कस के प्रश्न पूछे जाते है और इस प्रश्न पेपर में 2 घंटे का समय दिया जाता है यानि की हर पेपर में दो घंटे का समय इस प्रश्न पेपर में आपसे ऑब्जेक्टिव प्रश्न पूछे जाते है और इस एग्जाम में नेगेटिव मार्किंग भी की जाती है।
पेपर 1 | भारतीय इतिहाससामान्य विज्ञानभारतीय राजनीतिवर्तमान घटनाएँसामान्य मुद्देभारतीय भूगोलविश्व भूगोलसामाजिक विकासआर्थिक विकास |
पेपर 2 | संचार कौशलअंतर्वैयक्तिक कौशलअंग्रेजी कौशलअंग्रेजी समझभाषा कौशल जो उम्मीदवार द्वारा चुना जाता हैनिर्णय लेने का कौशलसमस्या सुलझाने की क्षमतामानसिक क्षमताबुनियादी संख्या |
मुख्य परीक्षा (Main Exam)
दुसरे स्टेप की एग्जाम को मुख्य परीक्षा कहा जाता है इस एग्जाम में कुल 9 प्रश्न पेपर होते है हर एक प्रश्न पेपर के लिए स्टूडेंट को 3 घंटे का समय दिया जाता है इस एग्जाम में आपसे ऑब्जेक्टिव और सब्जेक्टिव दोनों प्रकार के प्रश्न पूछे जाते है, इस एग्जाम में हर एक प्रश्न पेपर के 250 मार्कस होते है।
मुख्य परीक्षा पाठ्यक्रम:
Paper | Syllabus | Marks | Duration |
निबंध | किसी भी विषय पर निबंध | 250 | 3 घंटे |
सामान्य अध्ययन 1 | भारतीय विरासत, संस्कृति,भूगोल | 250 | 3 घंटे |
सामान्य अध्ययन 2 | संविधान, शासन,सामाजिक न्याय | 250 | 3 घंटे |
सामान्य अध्ययन 3 | प्रौद्योगिकी, पर्यावरण,आपदा प्रबंधन | 250 | 3 घंटे |
सामान्य अध्ययन 4 | नैतिकता, अखंडताऔर योग्यता | 250 | 3 घंटे |
Optional Subjects 1 | – | 250 | 3 घंटे |
Optional Subjects 2 | – | 250 | 3 घंटे |
पेपर 1 | भारतीय भाषा (भाषा में से कोई भी) | 300 | 3 घंटे |
पेपर 2 | अंग्रेजी भाषा | 300 | 3 घंटे |
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वैकल्पिक विषय (Optional Subjects) :
- पशुपालन और पशु चिकित्सा विज्ञान (Animal Husbandry & Veterinary )
- कृषि (Agriculture)
- वनस्पति विज्ञान (Veterinary Science)
- रसायन विज्ञान ( Botany, Chemistry)
- सिविल इंजीनियरिंग (Civil Engineering)
- अर्थशास्त्र (Economics)
- इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग (Electrical Economics)
- भूगोल (Geography)
- भूविज्ञान (Geology)
- भारतीय इतिहास (Indian History)
- कानून (Law)
- गणित (Mathematics)
- मैकेनिकल इंजीनियरिंग (Mechanical Engineering)
- चिकित्सा विज्ञान (Medical Science)
- दर्शन (Philosophy)
- भौतिकी (Physics)
- राजनीति विज्ञान (Political Science)
- मनोविज्ञान ( Psychology)
- लोक प्रशासन (Public Administration)
- समाजशास्त्र (Sociology)
- सांख्यिकी और प्राणीशास्त्र। (Statistics and Zoology)
- पशुपालन और पशु चिकित्सा विज्ञान (Animal Husbandry & Veterinary )
- कृषि (Agriculture)
- वनस्पति विज्ञान (Veterinary Science)
- रसायन विज्ञान ( Botany, Chemistry)
- सिविल इंजीनियरिंग (Civil Engineering)
- वाणिज्य (Commerce)
- अर्थशास्त्र (Economics)
- इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग (Electrical Economics)
- भूगोल (Geography)
- भूविज्ञान (Geology)
- भारतीय इतिहास (Indian History)
- कानून (Law)
- गणित (Mathematics)
- मैकेनिकल इंजीनियरिंग (Mechanical Engineering)
- चिकित्सा विज्ञान (Medical Science)
- दर्शन (Philosophy)
- भौतिकी (Physics)
- राजनीति विज्ञान (Political Science)
- मनोविज्ञान ( Psychology)
- लोक प्रशासन (Public Administration)
- समाजशास्त्र (Sociology)
- सांख्यिकी और प्राणीशास्त्र। (Statistics and Zoology)
- प्राणि विज्ञान (Zoology)
डीएम बनने के लिए कौनसी किताब पढ़े?
DM बनने के लिए आप सामान्य ज्ञान,करंट अफेयर, लोक प्रशासन,समाजशास्त्र, अंग्रेजी आदि की बुक्स अवश्य पढ़नी चाहिए। अगर आपके पास डीएम बनने के लिए कोई बुक्स नहीं है तो हम आईएस की किताब भी पढ़ सकते हैं। क्योंकि आईएएस और डीएम का लगभग एक जैसा ही होता है।
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डीएम का वेतन क्या होता है? (DM Officer Salary)
डिएम की सैलरी 78,800 प्रति महीने मिल सकता है इसके अलावा रहने के लिए घर और साथ ही में सारी सुविधा भी मिलती है।
- रहने के लिए सरकारी घर और पहरेदार की सुविधा मिलती है।
- फ्री बिजली था टेलीफोन सुविधा
- सरकारी वाहन और ड्राइवर की सुविधा
- एक डीएम सरकारी काम के लिए जिले से या राज्य से बाहर जाते है तो पूरी यात्रा का खर्च सरकार देती है ।
डीएम अधिकारी के कर्तव्य क्या है ?
No. | डीएम के कर्तव्य |
1 | कानून व्यवस्था की स्थापना करना। |
2 | अधीनस्थ कार्यकारी मेजिस्ट्रेटरों का निरक्षण करना। |
3 | पुलिस और जेलों का निरक्षण करना। |
4 | अपराध प्रक्रिया संहिता के निवारक खंड से सम्बन्धित मुकदमों की सुनवाई करना। |
5 | मृत्यु दंड के कार्यान्वयन को प्रमाणित करना। |
6 | सरकार को वार्षिक अपराध प्रतिवेदन प्रस्तुत करना। |
7 | सभी मसलों में मंडल आयुक्त को अवगत कराना। |
8 | मंडल आयुक्त की अनुपस्तिथि में जिला विकास प्राधिकरण के पदेन अध्यक्ष के रूप में काम करना। |
डीएम एग्जाम का फॉर्म कैसे भरे?
- आपको सबसे पहले UPSC की आधिकारिक वेबसाइट www.upsc.gov.in पर जाना होगा
- अलग अलग परीक्षाओं के लिए ऑनलाइन आवेदन पर क्लिक करें।
- अब अगला पढाव सेवा सिविल सेवा परीक्षा-प्रारंभिक परीक्षा में जाना है।
- आईएएस भाग 1 के साथ अप्लाई शुरू करें।
- आप अपने सभी व्यक्तिगत विवरण भरें।
- फॉर्म शुल्क 100/- रुपये होती है।
- अपनी सुविधानुसार परीक्षा केंद्र सिलेक्श करे।
- अपने पासपोर्ट आकार के फोटोग्राफ, हस्ताक्षर और पहचान पत्र और सारे डॉक्यूमेंट साथ रहे।
- डिक्लेरेशन को उस पर क्लिक करके स्वीकार करें।
- एक बार जानकारी दोबारा जांचें और सबमिट बटन पर क्लिक करें।
- एक प्रिंटआउट को अपने पास रखें।
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डीएम कैसे बने FAQ
क्या बिना कोचिंग क्लास के डीएम बना जा सकता है ?
बिना कोचिंग क्लास के भी आप डीएम ऑफिसर बन सकते है अगर आप कड़ी महेनत करते है और ऑनलाइन में हर सब्जेक्ट के बारे में गहरा अध्यन कर सकते है टेस्ट भी दी सकते है बिना कोचिंग क्लास के भी आप अपनी तैयारी अच्छे से कर सकते है।
DM बनने के बाद क्या हमे अपने पसंदी जिले में नौकरी मिल सकती है ?
डीएम बनने के बाद आपके पसंदी जिले में पोस्टिंग नही हो सकती है मगर आप अपना पसंदीदा राज्य का सिलेक्शन कर सकते है।
DM बनने की तैयारी कैसे करे
इसके लिए आपको 6-12 तक की NCERT किताब को पढ़ना चाहिए ,देश और दुनिया की सारी जानकारी होनी बहुत जरुरी है, क़ानून की सारी जानकारी होनी चाहिए , भारत में किस क्षेत्र में क्या हो रहा है उसकी पूरी जानकारी होनी आवश्यक है।
यूपीएससी एग्जाम पैर्टन क्या है ?
यूपीएससी द्वारा सिविल सर्विस एग्जाम का आयोजन हर साल किया जाता है जिसमे आपको 3 स्टेप में एग्जाम को देना होगा पहली है प्रारंभिक परीक्षा, दूसरी है मुख्य परीक्षा , इंटरव्यू
डीएम बनने के लिए कितने समय तक पढाई करनी होती है ?
यह आवेदक पर निर्भर कर्ता है की वे कितने समय पे क्या कर सकते है कितनी देर तक वे पढ़ सकता है और यद् रख सकता है इस से ज्यादा जरुरी यह है की आप समय का सही उपयोग करे अगर आप स्मार्ट स्टडी करते है तो आप यूपीएससी की एग्जाम में सफल हो सकते है।
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Last Final Word:
दोस्तों हम उम्मीद करते है की यह आर्टिकल की जरिये आपको पता चल गाया होगा जैसे डीएम क्या होता है?, डीएम के कार्य क्या है?, डीएम बनने के लिए योग्यता क्या है?, डीएम कैसे बने?, डीएम की सैलरी क्या है?, डीएम की एग्जाम पेटर्न, डीएम बनने की चयन प्रक्रिया क्या है?, कैरियर से जुडी सभी माहिती से आप वाकिफ हो चुके होंगे।
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