‘जन गण मन’ भारत का राष्ट्रगान कैसे बना?

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नमस्कार दोस्तों! जन गण मन  हमारे भारत देश का राष्ट्रगान है, जो मूलरूप से बंगाली भाषा में लिखा गया है। इस गान की रचना रविन्द्रनाथ टैगोर ने की है। हमारे भारत का राष्टीय गीत वन्दे मातरम् है। जन गण मन को संविधान सभा में हिन्दुस्तान के राष्ट्रगान के रूप में 24 जनवरी 1940 के दिन अपनाया गया था। इस गान के सर्वप्रथम रचना कोंग्रेस द्वारा कोलकता में 27 दिसम्बर 1911 में हिंदी और बंगाली भाषा में की गई थी। जन गण मन में 5 पद होते है।

जन गण मन कैसे बना राष्ट्रगान? (How Did Jan Gun Mana Become The National Anthem)

15 अगस्त 1947 के दिन भारत देश अंग्रेजो की गुलामी से आज़ाद हो गया था। और पुरे देश के नियंत्रण की बागडोर देश के नेताओ को सोप दी गई थी। भारत को स्वतंत्र करने का संघर्ष बहुत लंबे समय तक चला था। कई देश प्रेमी ने अपना बलिदान दिया है भारत देश को आज़ाद करने के लिए। जन गण मन गान को रविन्द्रनाथ टैगोर की भतीजी ने 27 दिसम्बर 1911 में एक पाठशाला के कुछ विधार्थी के साथ इस गीत को अपनी आवाज दी थी। इस गान के रचेता रविन्द्रनाथ टैगोर थे, उन्हों ने बंगाली और हिंदी दोनों में इस गान को लिखा था।

जब भारत देश आज़ाद हुआ था तब सिविधन सभा में 14 अगस्त 1947 के दिन रात के समय सर्व प्रथम बार सभा का आयोजन किया गया था और उसकी समाप्ति जन गण मन से की गई थी। साल 1947 में UNGA संयुक्त राष्ट्र महासभा की बैठक न्‍यूयॉर्क में की गई थी। भारत के प्रतिनिधिमंडल से देश का राष्ट्र गान पूछा गया था। प्रतिनिधिमण्डल ने जन गण मन की रेकोडिंग UNGA को दी गई थी। विश्व के सभी प्रतिनिधियों के सामने ऑर्केस्‍ट्रा पर जन गण मन गूंज उठा और सबने इस गान की बहुत प्रशंसा की थी। इस बात का जिक्र जवाहरलाल नेहरु ने अपने एक पत्र में किया है। लेकिन ओपचारिक रूप से देखा जाए तो तब तक जन गण मन राष्ट्रगान नही बना था। 24 जनवरी 1950 की साक में भारत के संविधान हस्ताक्षर करने के लिए सभा की बैठक राखी गई इससमय दौरान भारत के सर्वप्रथम राष्ट्रपति राजेन्द्र प्रसाद ने  अधिकारीक रूप से जन गण मन को राष्ट्रगान और वंदेमातरम को राष्ट्रगीत घोषित किया गया था।

राष्टगान का अर्थ क्या होता है? (What is The Meaning of National Anthem)

राष्ट्रगान किसी भी देश के इतिहास और परंपरा को दर्शाता है। यह गान देश को एक अलग पहचान के साथ देश की एकता को बनाये रखता है। राष्ट्रगान की अविधि करीबन 50 सेकंड की होती है। इस गान को संक्षिप्त में भी गया जाता है, इस में 20 सेकंड ही लगते है। क्योकि इस गान में पहली और आखरी पंक्ति का ही गायन होता है। 5 पदों वाले पहले हिस्से को राष्ट्रगान के रूप में स्वकृति मिली है।

राष्ट्रगान से सबंधित नियम क्या है? (What is the Rule Related to the National Anthem)

  • राष्ट्रगान जब भी शरु हो तब भारत देश के सभी लोगो को सावधानी की अवस्था में खड़ा हो जाना चाहिए।
  • सामूहिक गान के समय इस गान के पूर्ण संस्कार का उच्चारण किया जाना चाहिए।
  • जब यह गान शरु हो तब वहा का माहोल शांत होना चाहिए किसी भी और गाने की आवाज नही अणि चाहिए।
  • जन गण मन को शुद्ध उच्चार और आदर पूर्वक गाना चाहिए।
  • यह गान 52 सेकंड के अंदर समाप्त हो जाना चाहिए। तथा इससे संक्षेपित रोप में 20 सेकेण्ड में पूर्ण करदेना होता है।

राष्ट्रगान का अपमान करने की सजा क्या होती है? (What is The Punishment for Disrespecting The National Aanthem?)

जन गण मन का गान हमारे देश के गौरव का प्रतीक है और हमे इस गान का आदर करना चाहिए। लेकिन इस गान के अपमान या गान के समय बाधा पहुचाने वालो के लिए कानून ने प्रिवेंशन ऑफ इंसल्ट्स टू नेशनल ऑनर एक्ट, 1971 बनाई है। राष्ट्रगान के अपमान की सजा 3 वर्ष की होती है। या फिर जुर्माना भी हो सकता है। दोनों भी सजा हो सकती है।

राष्ट्रगान को किस अवसरों पर बजाया जाता है? (On What Occasions is The National Anthem Played)

  • राष्ट्र परेड के समय दौरान भी जन गण मन के गान को बजाया जाता है।
  • राष्ट्र ध्वज को परेड में शामिल किया जाए तब इस गान को बजाया जाता है।
  • रेडियो पर राष्ट्रपति को संबोधन करने से पहले और संबोधन करने के बाद किया जाता है।
  • नौसेना के रंगो को फरहाने के लिए।
  • किसी भी विश्व विधालय या विधालय के कार्यक्रम सभा में सामूहिक रूप से गाया जाता है।
  • सुप्रीम कोट के आदेश से सिनिमा थियेटर में फिल्म के शरूआत के समय इस गान को बजाया जाता है।
  • 26 मी जनवरी और 15 मी अगस्त के दिन स्कुल, ऑफिस आदि जगह पर जन गण मन का गायन होता है।
  • जब भारत देश में राष्‍ट्रपति, लेफ्टिनेंट गवर्नर या राज्‍यपाल राष्‍ट्रीय सलामी देते समय राष्‍ट्र गान बजाया जाता है।

भारत का राष्‍ट्रगान

जन-गण-मन अधिनायक जय हे
भारत भाग्‍य विधाता
पंजाब-सिंधु-गुजरात-मराठा
द्राविड़-उत्‍कल-बंग
विंध्य हिमाचल यमुना गंगा
उच्‍छल जलधि तरंग
तव शुभ नामे जागे, तव शुभ आशिष मांगे
गाहे तव जय-गाथा
जन-गण-मंगलदायक जय हे भारत भाग्‍य विधाता ।
जय हे, जय हे, जय हे, जय जय जय जय हे

राष्ट्रगान की खासियत क्या है? (What is The Specialty of The National Anthem?)

जन गण मन के इस गान में तत्सम शब्दों का बहुत प्रयोग होता है। यह गीत बंगाल की साधू भाषा में लिखा गया है। राष्ट्रगान में जू संज्ञाए है, उनमे से कई को क्रिया के तरह भी उपयोग किया जाता है। 1945 में आई फिल्‍म ‘हमराही’ में यह गीत इस्‍तेमाल हुआ था।

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दोस्तों हमारे आज के इस आर्टिकल में हमने आपको जानें ‘जन गण मन’ भारत का राष्ट्रगान कब और क्यों बना के बारे में बताया जैसे की जन गण मन राष्ट्रगान कैसे बना?, राष्ट्रगान का क्या अर्थ है?, राष्ट्रगान से संबंधित नियम क्या है?, राष्ट्रगान का अपमान करने की सजा क्या है?, राष्ट्रगान किन अवसरों पर बजाया जाता है?,राष्ट्रगान की विशेषता क्या है? और सामान्य ज्ञान से जुडी सभी जानकारी से आप वाकिफ हो चुके होंगे।

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