M.Phil कोर्स की पूरी जानकारी

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नमस्कार दोस्तों, आज के इस महत्वपूर्ण आर्टिकल में हम आपसे बात करेंगे के M.Phil. Course के बारे में, इस आर्टिकल में हमने कई महत्वपूर्ण टॉपिक का ज़िक्र किया है। और आपको पता ही होगा की आज के इस युग में पढाई को ज्यादा महत्व दिया जा रहा है और हमारे भारत देश में कई सारी M.Phil. Course की अच्छी कॉलेजो भी मौजूद है। वेसे कुछ पिछले सालो से देखा जाये तो लोग सिर्फ 10 या 12 पास ही नहीं बलके अब लोग ग्रेजुएशन और पोस्ट ग्रेजुएशन से भी आगे पढाई करना पसंद करते है। अगर आप ने भी पोस्ट ग्रेजुएशन पूर्ण कर दिया है तो आपको और आगे पढाई करनी है तो कर सकते है और उन सभी विद्यार्थियों के लिए आज का यह आर्टिकल आपके लिए है। हम लोग आज के इस पोस्ट में जानेगे की M.Phil कोर्स क्या होता है और कैसे करे तो आप लोग इस आर्टिकल को लास्ट तक जरुर पढ़े।

एम.फिल फुल फॉर्म (M.Phil Full Form?) 

  • M.Phil का फुल फॉर्म Master Of Philosophy होता है।
  • M.Phil का हिन्दी मतलब दर्शनशास्त्र निष्णात होता है।

M.Phil क्या होता है? (What is M.Phil)

एम.फिल कोर्स 2 साल का कोर्स होता है और वह कोर्स रिसर्च प्रोग्राम है। और एम.फिल कोर्स को आप लोग पोस्ट ग्रेजुएशन डिग्री के बाद ही कर सकते है। M.Phil का कोर्स कोई भी उम्मीदवार कर सकते है। इसके लिए सिर्फ आपके पास साइंस, कॉमर्स या फिर आर्ट्स के विषयो में आपको पोस्ट ग्रेजुएशन डिग्री होनी आवश्यक है, इसके अलावा कोई भी उम्मीदवार यह कोर्स को हासिल कर सकता है। M.Phil के कोर्स में सिर्फ थियरी और लेक्चर ही नही होता है। इसके अलवा इस कोर्स में आपको थियरी के साथ साथ प्रेक्टिकल विषय में भी ध्यान देना होता है और यहाँ पर विद्यार्थियों को खुद को सब रिसर्च करना होता है और जो भी आप लोग ने रिसर्च में सिखा है वह सब आपको प्रेजेंट में भी करना होता है। अगर कोई भी विद्यार्थी या उम्मेदवार PHD करना चाहता है, तो वह M.Phil कोर्स को सम्पूर्ण करने के बाद वो विद्यार्थी Ph.d कोर्स भी कर सकता है।

M.Phil के लिए योग्यता (Qualification for M.Phil)

  • M.Phil में इच्छा रखने वाले विद्यार्थियों के पास किसी भी विषय में मास्टर डिग्री होनी जरुरी है।
  • यदि विद्यार्थी नेट, सेट, गेट, यूजीसी-जेआरएफ या किसी राष्ट्रीय विस्तार परीक्षा में पास हुआ है तो कुछ Institute’s में छूट उस उम्मिदवार को छुट मिल जाती है।
  • अगर प्रत्याशी M.Phil में दूर – शिक्षण से दाखिला लेना चाहते है तो इसके लिए आपको अलग-अलग Institutes पर अलग-अलग पात्रता मापदंड होती है, एडमिशन लेने के लिए।
  • उम्मीदवारों को M.Phil के लिए चुने गए विषय में 55% अंक प्राप्त करने की आवश्यकता है। यह Percentage अलग-अलग Institute पर Vary करता है। (Candidates need to obtain 55% marks in the subject opted for M.Phil This percentage varies on different institutes)

M.Phil कोर्स में प्रवेश कैसे प्राप्त करें (How T0 Get Admission M.Phil)

M.Phil कोर्स में एडमिशन लेने केलिए विद्यार्थियों को एंट्रेंस परीक्षा देनी आवश्यक है। नेट, सेट, गेट , यूजीसी-जेआरएफ जैसी एग्जाम देना होता है। यह परीक्षा को आपको पास करना होता है और पास होने के बाद आपको उसमे इंटरव्यू को पास करना होता है और उम्मीदवार इंटरव्यू को पास करके M.Phil की चार साल की पढाई पूर्ण करने के लायक बन जाते है। NET और SET यह दो एग्जाम पास करने वाले उम्मीदवार को एंट्रंस परीक्षा देने की जरुरत नहीं है।

M.Phil कोर्स की फीस? (M.Phil Course Fee?)

M.Phil कोर्स की फीस आम तौर पर देखा जाये तो 1 साल की फीस लगभग 40,000 रुपए तक होती है और 2 साल की फीस देखिये तो 80,000 रुपिए से लेकर 1 लाख तक हो सकती है। फिर भी आप लोगो को कॉलेज में जाकर पता लगा लेना चाहिए क्योकि यह फीस अलग अलग कॉलेज के आधार पर निर्भर होती है।

M.Phil कोर्स पाठ्यक्रम अवधि (M.Phil Course Duration)

M.Phil कोर्स 2 साल का होता है जिसमे आपको 4 सेमेस्टर मिलते है और इसमें थियरी के साथ साथ आपको प्रेक्टिकल विषय की भी तैयारी करनी होती है।

  • सेमेस्टर 1 – 4 पाठ्यक्रम + संगोष्ठी (Courses + Seminar)
  • सेमेस्टर 2 – 3 पाठ्यक्रम + शोध प्रबंध का पहला चरण (courses + first phase of the dissertation)
  • सेमेस्टर 3 – 1 कोर्स + आर एंड डी प्रोजेक्ट (Course + R&D Project)
  • सेमेस्टर 4 – निबंध का दूसरा और तीसरा चरण (Second and Third Stage of Dissertation)

M.Phil एग्जाम सिलेबस (M.Phil course syllabus)

M.Phil syllabus (year 1) – विषय की दार्शनिक नींव, अध्ययन, विश्लेषण और डोमेन अध्ययन के विषय में उन्नत अनुसंधान पद्धति और अनुसंधान, वैकल्पिक विषय- I, विषय की उत्पत्ति और विकास का अध्ययन, अध्ययन के विषय के सापेक्ष अनुशासन का अध्ययन यह सब विषय पहले साल में आते है। C

M.Phil syllabus (year 2) – विषय, निबंध, मौखिक परीक्षा, वैकल्पिक विषय- II, व्यायाम/व्यावहारिक कार्य के क्षेत्र में कंप्यूटर अनुप्रयोग यह सब विषय दुसरे साल में आते है।

M.Phil विशेषज्ञता पाठ्यक्रम (Specialization Course M.Phil)

हमने आपको निचे की सूचि में सब्जेक्ट की लिस्ट दी है जिसमे आप specialization कर सकते है।

  • एम.फिल. व्यापार
  • एम.फिल. शारीरिक शिक्षा
  • एम.फिल. शिक्षा
  • एम.फिल. प्रबंध
  • एम.फिल. गणित
  • एम.फिल. आंकड़े
  • एम.फिल. भौतिक विज्ञान
  • एम.फिल. रसायन शास्त्र
  • एम.फिल. जैव प्रौद्योगिकी
  • एम.फिल. कंप्यूटर विज्ञान
  • एम.फिल. सूचान प्रौद्योगिकी
  • एम.फिल. भू-समुद्री प्रौद्योगिकी
  • एम.फिल. समुद्री जैव प्रौद्योगिकी
  • एम.फिल. माइक्रोबियल प्रौद्योगिकी
  • एम.फिल. तटीय जलीय कृषि
  • एम.फिल जूलॉजी
  • एम.फिल भौतिकी-नवीकरणीय ऊर्जा विज्ञान में विशेषज्ञता
  • एम.फिल. अंग्रेज़ी
  • एम.फिल. इतिहास
  • एम.फिल. अर्थशास्त्र
  • एम.फिल. समाज शास्त्र

जैसा की आप जानते है की M.Phil कोर्स किसी भी धारा के विद्यार्थी कर सकते है। और M.Phil एक खास विषय में  कराया जाता है। अब आपको उसके सारे विषय के बारे में बताने जा रहे है। उसका लिस्ट निम्नलिखित है:

मानविकी में एम.फिल पाठ्यक्रम (M.Phil course in Humanities)

आपको निचे M.Phil Course की लिस्ट निचे दी हुई है। आप इन सब विषय में M.Phil की डिग्री को कर सकते है।

  • एम.फिल इतिहास (M.Phil history)
  • एम.फिल अंग्रेजी (M.Phil English)
  • राजनीति विज्ञान में एम.फिल (M.Phil in Political Science)
  • एम.फिल अर्थशास्त्र (M.Phil economics)
  • एम.फिल भूगोल (M.Phil geography)
  • एम.फिल हिंदी (M.Phil hindi)
  • एम.फिल भाषाई (M.Phil linguistic)
  • एम.फिल समाजशास्त्र (M.Phil sociology)
  • एम.फिल लोक प्रशासन (M.Phil public administration)
  • एम.फिल सामाजिक कार्य (M.Phil social work)
  • मानविकी और सामाजिक विज्ञान में एम.फिल (M.Phil in humanities and social science)

M.Phil विज्ञान में एम.फिल पाठ्यक्रम (M.Phil course in science) 

अब आप विद्यार्थीयो को विज्ञान के अन्दर आने वाले सब्जेक्ट की लिस्ट निम्नलिखित है।

  • रसायन विज्ञान में एमफिल (MPhil in Chemistry)
  • भौतिकी में एम फिल (M Phil in Physics)
  • वनस्पति विज्ञान में एम.फिल M.Phil in Botany)
  • जैव प्रौद्योगिकी में एम.फिल (M.Phil in Biotechnology)
  • एम.फिल लाइफ साइंस (M.Phil Life Science)
  • कंप्यूटर विज्ञान में एम.फिल (M.Phil in Computer Science)
  • एम.फिल गणितीय विज्ञान (M.Phil Mathematical Science)
  • एम.फिल जूलॉजी (M.Phil Zoology)
  • एम.फिल बायोलॉजी (M.Phil Biology)

नैदानिक मनोविज्ञान में एम.फिल (M.Phil in Clinical Psychology)

  • वाणिज्य में M.Phil
  • M.Phil इन लॉ
  • शिक्षा में M.Phil

M.Phil कोर्स की फीस (M.Phil Course Fees)

master of philosophy course की सामान्य फीस 20,000 रुपिए से लेकर 1,00,000 रुपिए तक हो सकती है। M.Phil कोर्स की फीस 2,000 से 1,00,000 तक की फीस प्रति वर्ष की है और यह बता दे के यह फीस कॉलेज, इंस्टिटूट और यूनिवर्सिटी के आधार पर नक्की होती है, वो भी अलग अलग हो सकती है ओर आप लोग खुद से कॉलेज में पता करले तो बेहतर होगा।

M.Phil कोर्स की इंडिया में बेस्ट कॉलेज (Top M.Phil college in india)

हमारे देश में बहुत सारे कॉलेज में M.Phil कोर्स कराया जाता है। टॉप कॉलेज जो आपको निचे दिए गए है।

  • बीएचयू
  • जेएनयू
  • AMU
  • जामिया मिलिया इस्लामिया
  • हैदराबाद विश्वविद्यालय
  • टाटा सामाजिक विज्ञान संस्थान
  • क्राइस्ट यूनिवर्सिटी

M.Phil कोर्स के फायदे (Benefits of M.Phil Course)

  • जब आप पीएचडी करेंगे तब M.phil बहुत सहायता करेगा।
  • जिस विषय में आप एम.फिल करेंगे, उस विषय में आत्मविश्वास बढ़ेगा।
  • यह आपको किसी Specific विषय में Specialize बनाएगा।
  • M.phil की डिग्री हासिल करने पर आप Lecturer भी बन सकते है।

M.phil के बाद जॉब और करियर का अवसर (Jobs and career opportunities after M.phil)

M.Phil करने के बाद आपके पास कई सारे रास्ते और बेस्ट कैरीयर है। इसके बाद आप आपके भविष्य को बहुत ही अच्छा बना सकते है। यहा आपको हमने कुछ करियर के अवसर के बारे में बहुत ही अच्छे से बतया हुआ है, जिससे आपको M.Phil  का कोर्स करने के बाद कई सारे फायदे मिल सकते है।

M.Phil करने के बाद विद्यार्थियों अनुसंधान और विकास संस्थान, पत्रिकाएं, समाचार पत्र और प्रकाशन गृह, मानव सेवा ऐसे सब उद्योग में आप लोग एक एक्सपर्ट के तोर पर काम कर सकते है। अगर आप रिसर्च के फील्ड में जाना चाहते हैं तो आप इस कोर्स को करने के बाद पीएचडी कर सकते हैं। सिर्फ यही नहीं M.Phil कोर्स करने के बाद आपको और पढने का या पढ़ाने का शोक है तो आप लोग टीचर और लेक्चरर के तौर पर काम कर सकते है। M.Phil कोर्स को करने के बाद आप एक स्पीकर, मानव सेवा कार्यकर्ता, वैज्ञानिक या संपादक का कार्य भी बड़ी आसानी से कर सकते है, जो कहा जाये तो एक अच्छा करियर है।

M.Phil कोर्स के बाद वेतन (salary after M.Phill course)

M.Phil कोर्स करने के बाद उम्मीदवार की स्टार्टिंग पगार (average salary) हर महीने रुपिए 20,000 से लेकर 30,000 तक हो सकती है।  हा पर यह बात आपके विषय पर आधार करता है, की आपने किस विषय से किया है और फिर आप लोग कोनसी फिल्ड में काम करते है।

Last Final Word :

दोस्तों, हम उम्मीद करते है की M.Phil Course की पूरी जानकारी के बारे में इस आर्टिकल के जरिये आपको पता चल गया होगा जैसे M.Phil क्या है, M.Phil कोर्स करने के लिए योग्यता, M.Phil करने के फायदे, M.Phil के सब्जेक्ट, M.Phil करने के बाद जॉब, M.Phil Course के बाद अम्प्लोयमेंट एरिया, M.Phil कोर्स कैसे करे पूरी जानकारी, M.Phil कोर्स डिटेल्स, M.Phil कोर्स की फीस कितनी है?, M.Phil Course पूरा करने के बाद आपको सैलरी कितनी मिलती है? जैसी सभी माहिती से आप वाकिफ हो चुके होगे।

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