“म्यूचुअल फंड सही है!” यह तो हमें हर जगह सुनने को मिलता है, पर आखिर म्यूचुअल फंड है क्या? यह हमें कोई नहीं बताता। तो अब चलिए इस आर्टिकल पढ़ते है और जानते है की म्यूचुअल फंड क्या होते है? म्यूचुअल फंड कितने प्रकार के होते है? और म्यूचुअल फंड से क्या फायदे होगे? इस आर्टिकल को पूरा पढ़े ताकि आप म्यूचुअल फंड को अच्छी तरह से समज सके।
म्यूचुअल फंड्स क्या होते है? (What are Mutual Funds?)
म्यूचुअल फंड दो शब्दों से मिलकर बना है। Mutual का मतलब होता है Common (सामान्य) और Fund का मतलब तो आप जानते ही है। इस तरह म्यूचुअल फंड का मतलब हुआ Common Fund। दोस्तों! म्यूचुअल फंड एक ऐसा फंड है जिसमे बहुत सारे लोगो के पैसो को Collect करके रखा जाता है। इस Collected Fund को हम उस म्यूचुअल फंड का AUM (Asset Under Management) कहते है और फिर Collect किए हुए उस फंड को अच्छी से अच्छी जगह इन्वेस्ट किया जाता है, ताकि ज्यादा से ज्यादा Return मिल सके।
दोस्तों! हर म्यूचुअल फंड को मैनेज करने के लिए प्रोफेशनल होते है, जिन्हें हम फंड मैनेजर कहते है। म्यूचुअल फंड में कलेक्ट किए हुए फंड्स को कहा इन्वेस्ट करना है? और कितना इन्वेस्ट करना है? यह सारे फैसले फंड मैनेजर करते है।
आप किसी भी दिन कितने भी म्यूचुअल फंड खरीद और बेच सकते है। विकसित देशो में पूंजी का सृजन एक बड़ी समस्या रहती है। कोई निवेशक कोई बड़ा उद्योग लगाना चाहता हो या कोई बड़ा निवेश करना चाहता हो तो पूंजी की कमी के कारण समस्या होती है। लेकिन इस समस्या को म्यूचुअल फंड के माध्यम से पूरा किया जा सकता है
दोस्तों! म्यूचुअल फंड में कोई भी निवेश कर सकता है और म्यूचुअल फंड में न्यूनतम 500 रूपए से निवेश किया जा सकता है।
म्यूचुअल फंड के प्रकार (Types of Mutual Funds)
म्यूचुअल फंड को जोखिम, रिटर्न, आकार और निवेश के आधार पर कई श्रेणियों में बांटा गया है। हमने यहां सिर्फ चार श्रेणियां बताई है;
1. इक्विटी फंड (Equity Fund):
म्यूचुअल फंड की इक्विटी फंड वो स्कीम है, जो खासकर शेयर्स/कंपनी के स्टोक्स में निवेश करती है। इन्हें ग्रोथ फंड भी कहते है। यह स्कीम सीधे शेयरों में पैसा लगाती है। यह स्कीम शोर्ट टर्म में रिस्की है और लोंग टर्म में बेहतरीन रिटर्न कमाने में मदद करती है। कंपनियों के आकार के अनुसार इक्विटी विभाजित किए जाते है। फंड्स स्माल कैप, मिड कैप और लार्ज कैप हो सकते है। जो लोग ज्यादा जोखिम लेना पसंद करते है, इस प्रकार के म्यूचुअल फंड उन लोगो को ज्यादा पसंद आते है।
2. फिक्स्ड-इनकम फंड्स (Fixed-Income Funds):
फिक्स्ड म्यूचुअल फंड्स में एक रकम निश्चित की जाती है यानि की इस फंड में इन्वेस्टमेंट को एक फिक्स्ड इनकम मिलती है। कोर्पोरेट बांड्स (Corporate Bonds), सरकारी बांड्स (Government Bonds) या अन्य डेट इंस्ट्रूमेंट्स (Debt Instruments) यह सब फिक्स्ड रिटर्न फंड्स है। इस प्रकार के म्यूचुअल फंड में जोखिम नहीं होता इसलिए जो जोखिम नहीं लेना चाहते है वह इस प्रकार म्यूचुअल फंड पसंद करते है। म्यूचुअल फंड के मैनेजर निवेशको को ब्याज आय भी देते है, जिस कारण इस प्रकार के फंड को लोग ज्यादा पसंद करते है।
3. हाइब्रिड म्यूचुअल फंड (Hybrid Mutual Fund):
दोस्तों! हाइब्रिड म्यूचुअल फंड; स्कीम इक्विटी और डेट दोनों तरह के एसेट क्लास में निवेश करती है। यह फंड अपने पैसो को अलग-अलग एसेट क्लास में इन्वेस्ट करता है। जब आप इस प्रकार के म्यूचुअल फंड में इन्वेस्ट कर रहे हो तो आपका पैसा स्टोक मार्किट में भी इन्वेस्ट हो रहा है, बांड में भी इन्वेस्ट हो रहा है। यह स्कीम में रिस्क कम होता है और शोर्ट टर्म में रिटर्न भी बेहतर मिलता है।
4. सोल्यूशन ओरिएंटेड म्यूचुअल फंड ( Solution Oriented Mutual Fund):
सोल्यूशन ओरिएंटेड म्यूचुअल फंड स्कीमे किसी भी खास लक्ष्य को पूरा करने के लिए डिजाइन की जाती है। इन लक्ष्यों में रिटायरमेंट, सेवानिवृत्ति योजनाए या बच्चो की शिक्षा इत्यादि शामिल है। एसी स्कीमे अक्सर लंबी लोक-इन अवधि की होती है, ताकि निवेशको में नियमित निवेश की आदत बने।
म्यूचुअल फंड की सुविधाए और लाभ (Features and Benefits of Mutual Funds)
- इक्विटी और डेट सिक्योरिटीज में फंड का विविधिकरण।
- निवेशक अपनी जरूरियात के अनुसार आंशिक या पूर्ण निकासी कर सकता है।
- अपना पैसा कहा लगाया जा रहा है, यह सब निवेशको को पता होता है।
- म्यूचुअल फंड में निवेश करते समय कोई एंट्री फी नहीं है।
- पैसा ज्यादा अच्छी जगह निवेश हो इसलिए उद्योग विशेषज्ञ म्यूचुअल फंड की निधियो का प्रबंधन करते है।
- निवेशको को इक्विटी और डेट फंड में कर छुट का लाभ मिलता है।
- निवेश फंड को एक फंड से दुसरे फंड में बदलने की स्वतंत्रता।
आर्थिक विकास में म्यूचुअल फंड की भूमिका (Role of Mutual Funds in Economic Development)
- जैसा की आपने जाना म्यूचुअल फंड का मतलब एसी जगह, जहा पर कई लोगो का पैसा एक जगह इकठ्ठा होता है।
- अर्थव्यवस्था में निवेश के उद्देश्य के लिए धन-राशी की व्यवस्था करने में यह मदद करता है।
- सैलरीड क्लास के पैसे निवेश करने के लिए यह एक अच्छा विकल्प है। यह निवेश के माध्यम से लोगो की बचत को जुटाता है।
- भारत जैसे विकासशील देश मे पूंजी संचय का अभाव है। लेकिन म्यूचुअल फंड से देश में पूंजी संचय होता है और उद्योगों को जरूरियात अनुसार पैसा मिलता है। इसलिए भारत जैसे विकासशील देश के विकास में म्यूचुअल फंड महत्वपूर्ण है।
- पुराने समय में लोग पैसो को जमीन में गाड़कर रखते थे लेकिन अब एसा नहीं होता। घर में पड़े बेकार पैसे की होर्डिंग को यह हतोत्साहित करता है।
- देश में निवेश का वातावरण बनाने में यह मदद करता है।
- रोजगार बनाने में भी यह मदद करता है।
Last Final Word
इस आर्टिकल के माध्यम से आपने जाना की “म्यूचुअल फंड क्या है?”, उसके कितने प्रकार है? और अर्थव्यवस्था के विकास में म्यूचुअल फंड की क्या भूमिका है? आदि। अगर इस आर्टिकल से जुड़ा कोई प्रश्न हो, आप कोमेंट के जरिये पूछ सकते है।
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