दोस्तों आज के इस आर्टिकल में हम सर्च इंजन और उसके कार्य करने के तरीके के बारे में जानकारी प्राप्त करेंगे। आप इस आर्टिकल को ध्यान से पढ़ना ताकि हमारी जानकारी आप तक पहुंच सके।
हम सब जानते हैं कि आज का जमाना इंटरनेट पर आधारित है। इंटरनेट के इस्तेमाल से किसी भी प्रकार की जानकारी हम तुरंत प्राप्त कर सकते हैं। 21वी सदी के इस दौर में अगर किसी इंसान को कोई प्रश्न का जवाब नहीं मिल रहा हो तो बिना किसी दूसरे इंसान को पूछे बिना और टीचर से सहायता के बगैर भी वह कुछ ही पलों में अपने प्रश्न का जवाब प्राप्त कर सकता है। आपको सिर्फ मन में जो भी सवाल हो रहा है उसे लिखना है और कुछ ही समय में आपके सामने उसका जवाब हाजिर हो जाएगा।
यदि कोई सवाल को लेकर आपस में दिक्कत हो रही हो तो आप इंटरनेट की मदद से उसका जवाब सर्च इंजिन जैसे कि Google, Yahoo,Bing पे से जान सकते हैं।
साल 1990 तक हमारे पास ऐसा कोई कंसेप्ट नहीं था जिसकी मदद से हम सर्च करके तुरंत उसका जवाब पा सके। यानी कि उस दौर में इंटरनेट की सुविधा उपलब्ध नहीं थी।
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आजकल के दौर में सभी के मन में हजारों सवाल उत्पन्न होते हैं। पहले के समय में सवालों का जवाब पाने के लिए पुस्तकें, शिक्षक और दूसरे व्यक्ति पर निर्भर रहना पड़ता था। मगर आज के इस दौर में हम किसी भी जगह पर से किसी भी समय कोई भी प्रश्न का आसानी से जवाब हासिल कर सकते हैं। यह सब सर्च इंजिन और इंटरनेट की वजह से संभावित हो पाया है।
सर्च इंजन एक प्रोग्राम के रूप में कार्य करता है। यह एक ऐसा प्रोग्राम है जो इंटरनेट के असीमित डेटाबेस से इस्तेमाल करने वाले इंसान के सवालों को खोजता है। जिसे कीवर्ड कहा जाता है और उसके संबंधी जो जानकारी प्राप्त होती है उसको सर्च रिजल्ट पेज कहां जाता है। गूगल पर हर सवाल को वर्ल्ड वाइड वेब यानी कि www ने सर्च किया जाता है।
इंटरनेट में जो भी सर्च किया जाता है उसको ढूंढ के Search engine Exact Result दिखाने में आता है। सर्च इंजन इंटरनेट के कई सारे वेबसाइट का इस्तेमाल करके सवाल के जवाब को खोजता है। सवाल से संबंधित सभी मैच होने वाले वेबसाइट सर्च रिज्लट के पहले पेज में दिखाई देते हैं। सर्च रिजल्ट के पहले पेज में दिखाई देने वाली लिंक में से किसी भी एक लिंक पर क्लिक करने से आपको आपके सवाल का जवाब मिल जाएगा। आपके सवाल को इंटरनेट की भाषा में Keyword के नाम से जाना जाता है।
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प्रमुख सर्च इंजन के नाम
वैसे तो दुनिया भर में कई सारे सर्च इंजन कार्यरत है, परंतु अभी हम सबसे ज्यादा उपयोग में लिए जाने वाले और लोकप्रिय सर्च इंजन के बारे में बात करेंगे।
- Bing
- Yahoo
- Ask.com
- AOL.com
- Baidu
- Wolframalpha
- DuckDuckGo
- Internet Archive और Yandex.ru
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इंडियन सर्च इंजन
भारत मे कई सारे सर्च इंजन है। जैसे कि
- Epic Search
- Bhanvad
- GISASS
- Guruji
इंटरनेट पर लाखों वेबसाइट उपलब्ध है जिसमें हमारे लिए कुछ ना कुछ जानकारी उपलब्ध की गई है। सर्च इंजन के माध्यम से आप पता लगा सकते हैं कि स्पेसिफिक विषय के बारे में जानकारी किस वेबसाइट पर से मिलेगी।
सर्च इंजन को Web based tool अथवा Software कहां जाता है। सर्च इंजिन वेबसाइट लिंक, फोटोस और वीडियोस के रूप में हमे जो परिणामों की सूची दिखाता है उसे सर्च इंजन रिजल्ट पेज यानी कि SERP के नाम से जाना जाता है।
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प्रमुख सर्च इंजन
हम सब जानते हैं कि गूगल दुनिया का सबसे ज्यादा इस्तेमाल होने वाला सर्च इंजन है। गूगल के सर्च इंजन में प्रति सेकंड करीबन 63000 Searches किया जाता है। इससे आपको अंदाजा आ गया होगा कि प्रति सेकंड कितने लोग गूगल के सर्च इंजन पर माहिती को खोज रहे हैं। अगर पूरे साल दरमियान होने वाले सर्च की बात करें तो संख्या करीबन दो ट्रिलियन होती है। गूगल की स्थापना साल 1997 में अमेरिकन कंप्यूटर साइंटिस्ट Larry Page और Sergey Brin ने की थी। गूगल के सर्च इंजन मार्केट शेर करीबन 92.81% हिस्सा है।
Bing
इसकी रचना माइक्रोसॉफ्ट के माध्यम से की गई है। माइक्रोसॉफ्ट के CEO Steve Ballmer ने साल 2009 में इसकी स्थापना की थी। गूगल के बाद लोकप्रिय सर्च इंजिन में इसका नाम दूसरे स्थान पर आता है। माइक्रोसॉफ्ट ने इसको अपने पुराने सर्च इंजन यानी कि live search और MSN search से रिप्लेस किया था। यह गूगल का प्रतियोगी है। हालांकि दोनों की तुलना नहीं की जा सकती।
Yahoo
दुनिया के सबसे बड़े और लोकप्रिय सर्च इंजन में याहु को भी स्थान प्राप्त हुआ है। याहू सर्च इंजन के साथ-साथ कई सारी दूसरी सर्विस भी देता है। जिसमें Yahoo mail सबसे प्रसिद्ध है।
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सर्च इंजन कैसे कार्य करता है?
हमने आगे देखा कि जो भी सवाल ब्राउज़र के सर्च इंजन में लिखा जाता है उसे Keywords कहा जाता है। यानी कि अगर आप गूगल में ‘ What is corona viruses’ लिखते हैं तो यह कीवर्ड है। कीवर्ड को वर्ल्ड वाइड वेब के जरिए ढूंढा जाता है। आपके द्वारा सर्च किया गया कीवर्ड किसी वेबसाइट के टाइटल अथवा आर्टिकल के कंसेप्ट के साथ साम्यता रखता है तो उसको Search result मैं दिखाया जाता है। सर्च इंजन 3 स्टेप्स में कार्य करता है जो नीचे बताए गए हैं।
Crawling
Crawling का अर्थ खोज ना होता है। इसका मतलब है एक वेबसाइट के सभी माहिती को अधिग्रहण करना या एक वेबसाइट की सभी जानकारी को हासिल करना। इस प्रक्रिया में वेबसाइट को scan करना, page का Title क्या है, keywords की माहिती, content मैं कितने keywords है और फोटोस, कौन-कौन से पेज पर लिंक है वह दर्शाता है।
सर्च इंजन एक स्वयंम चालीत Bot होते हैं जिसका काम प्रत्येक नए और पुराने पेज को सर्च करना होता है। जिसे Discovery के नाम से जाना जाता है। Bot का दूसरा नाम Spider है, जो कि प्रत्येक दिन Cores pages visit करते हैं।
गूगल के हिसाब से लगभग प्रत्येक सेकंड में 100 से लेकर 1000 पेज को visit कीया जाता है। जब Bots दूसरा नया पेज मिलता है तो उसे Back-end processing (page title, meta tag, keywords, backlink, images, videos) के लिए भेजता है। इसके बाद वह चेक करता है की इस पेज के साथ दूसरे कौन कौन से पेज और linked है।
जब कोई नया पेज मिलता है तो यही प्रोसेस फिर से होती है। यानी कि Crawling+backend processing+indexing होता है। इसकी बात की प्रक्रिया में page Indexing का समावेश होता है। इसके बिना गूगल सही सर्च रिजल्ट नहीं दिखा पाता। हालांकि कई सारी ऐसी भी वेबसाइट उपलब्ध है जिसको आप केेे माध्यम से TOR NETWORK सर्च कर सकते हैं।
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यह Website को पूरी तरह स्कैन करके उसकी जानकारी को एकत्रित करता है। जैसे की
- Title और Description
- Keywords
- Image और Videos
- Creating या Updating Date
- Pagesकी संख्या और Hyperlink
- Externalऔर External Link
Crawler जिस Page को Scan कर रहा होता है, उसमें Hyperlink मिलने पर Crawler उस Page में जाकर उस Page को Scan करना प्रारंभ कर देता है। इसी तरह Crawler हमेशा कार्य करता है। Crawler प्रत्येक सेकंड में हजारो Pages को Scan करता है।
Indexing
इसको समझना बड़ा आसान है। Indexing एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमें Crawl के दरमियान जो भी माहिती मिलती है उन सभी माहितीयो को database मैं place किया जाता है। उदाहरण के तौर पर आपके पास कई सारी पुस्तके है। आप उन सभी पुस्तक के निर्माता का नाम, पुस्तक का नाम और पुस्तक के हर पेज को पढ़ते हो तो उसे Crawling कहते हैं। परंतु उन सभी Details की Listing करना Indexing है। यानी कि जब भी हम कोई चीज सर्च करते हैं तो सर्च इंजन केवल एक वेबसाइट को crawl नहीं करती बल्कि दुनिया की उस विषय से संबंधित सभी वेबसाइट को crawl और Indexing करती है।
Google search sammelan के हिसाब से प्रतिदिन लगभग 3 trillion pages craw को करती है। दूसरे शब्दों मेंं कह सकते गूगल दुनिया में उपलब्ध सभी माहिती का पुस्तकालय है। गूगल का सर्च इंजन बहुत बड़ा server है जहां डाटा हजारोंं लाखों की तादात में है जो peta byte Drive वहां एकत्रित होता है।
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Ranking and Retrieval
यह सबसे आखरी स्टेप है। परंतु यह आखरी स्टेप ही सबसे ज्यादा complex है। जब भी आप कुछ गूगल पर सर्च करते हो तो सबसे पहले सर्च इंजन का काम होता है कि जिस माहिती को आप सर्च कर रहे हो उसे आप तक पहुंचाई। लोगों का भरोसा जीतने के लिए वह user relevant content खोज कर देती है। ऐसा करने के लिए Google कुछ Algorithm का उपयोग करता है। जो Algorithm कुछ parameters के हिसाब से कार्य करता है। जिसमें से कुछ content age, Content keyword, content पेज title है।
पेज रैंकिंग के लिए गूगल के पास 200 फैक्टर्स है। इन फैक्टर के जरिए यह पता लगाया जाता है कि सर्च करने पर पेज Google Home के किस position ते सर्च रिजल्ट दिखाना चाहिए। Rank Algorithm को समझना बहुत मुश्किल है। इसका कारण यह है कि 1 बिलियन वेब पेज में से किसको गूगल सर्च करके पहले पेज में दिखाना है वह तय करती है। वैसे तो Ranking Factors को हैक करने के लिए बहुत सारे हैकर अपना दिमाग लगाए बैठे हैं।
पहले रैंकिंग का अंदाजा कितनी बार पोस्ट में कीवर्ड उपयोग किए गए हैं और backlink कितनी है इन सब का इस्तेमाल करके बड़ी आसानी से साइट को rank किया जाता था। हालांकि कई सारे सालों से google ranking factors को खोज निकलना बड़ा ही कठिन हो गया है। प्रत्येक वर्ष गूगल अपना algorithm बदल देता है। इसका कारण यह है कि गूगल उन सभी साइट्स को पहले आने का मौका दे रहा हैैै जो सच में मेहनत कर रहे हैं। इस प्रकार सर्च इंजन कार्य करता है।
Search Engine के मुख्य प्रकार:
- Crawler Based Search Engine
- Directory Based Search Engine
- Hybrid Search Engine
- Meta Search Engine
1. Crawler Based Search Engine
वर्तमान समय में Crawler Based Search Engine सबसे ज्यादा इस्तेमाल होने वाला और लोकप्रिय Search Engine का प्रकार है। Google Crawler Based Search Engine के एक उदाहरण स्वरूप है। इस Search Engine में Crawler यानी कि Bots होते हैं। जिनका काम जानकारी को एकत्रित करना होता है।
Crawler Based सर्च इंजन 3 स्टेप्स मैं यानी कि Crawling, Indexing और Ranking पर कार्य करते हैं। जिसके बारे में विस्तार से माहिती ऊपर पर बताई गई है।
Crawler Based Search Engine के 3 उदाहरण:
- Bing
- Yahoo
2. Directory search
हर एक सर्च इंजन इस प्रकार का विकल्प उपलब्ध कराता है। इसकी सहायता से सर्च इंजन की Directory में उपलब्ध विषय-सूची- खेल (Sports), शिक्षा (Education), विज्ञान (Science), मनोरंजन (Entertainment) इत्यादि को चुना जाता है। और उसकेे बाद उन सभी विषय के उप विषय को चुनतेे हैं। यह खोज तब तक जारी रहती है जब तक हमारेे सामन इच्छित विषय से जुड़ी हुई वेबसाइट की सूची नहीं आ जाती। directory search के लिए सबसे ज्यादा लोकप्रिय सर्च इंजन याहू है।
किसी भी सर्च इंजिन में किसी भी जानकारी को खोज करने के लिए दो तरीके अपनाए जाते हैं। यदि आप इंटरनेट की मदद से कोई जानकारी खोजना चाहते हो तो आपके सामने यह तो विकल्प आते हैं। इनकी मदद से आप अपनी पसंदीदा माहिती को इंटरनेट पर सर्च कर सकते हैं।
Directory Based Search Engine के उदाहरण
- DMOZ
- Blogarama
- 10 Directory
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3. Hybrid Search Engine
Hybrid सर्च इंजन Crawler पर आधारित सर्च इंजन और Directory आधारित सर्च इंजन के मिश्रण से बना है। जो Crawler और Directory के आधार पर कार्य करने की वजह से Search Result बहुत अच्छा और सटीक मिल सकता है।
Hybrid Search Engine के उदाहरण
- Yahoo
4. Meta Search Engine
Meta सर्च इंजन अन्य सर्च इंजन के डेटा के अनुसार रिजल्ट दिखात।हैं। जब कोई उपयोगकर्ता इस प्रकार के सर्च इंजन पर कुछ Search करता है तो तब Meta Search Engine उसे दूसरे कई सारे सर्च इंजन पर Search करता है। दूसरे Search Engine से मिलने वाले परिणाम को और सटीक दिखाने के लिए Meta Search Engine अपना Algorithm लगा कर उपयोगकर्ता को दिखाता है।
Keyword Search
Keyword Search के जरिए Search में हम जो सूचना Search Engine में खोजना करना चाहते है, उसे निर्देशित करने वाले खास keywords, शब्द समूह (Key Phrase) को Search Engine में सर्च करते है। Search Engine उस खास शब्द/शब्द समूह से जुड़े अपने Database को Crawl करके Hits/Sites की एक यादी बनाता है। हर एक साइट संक्षिप्त विवरण सहित संबंधित दूसरे दस्तावेज जैसे कि फोटोस और वीडियो की Hyperlink होती है।
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सर्च इंजन का इतिहास (History of Search Engine in Hindi)
सभी सर्च engine का कार्य एक ही प्रकार का था। यानी कि इन्टरनेट पे डाटा सर्च करना और उस डाटा को display करना। शुरुआती दिनों में Search इंजन सिर्फ एक File Transfer Protocol का collection था। उसका कार्य जितने भी server एक दुसरे से connect थे, उनमे से माहिती को एकत्र करके ढूंडना था। उस दौरान world wide web internet से संपर्क करने का एक मात्र जरिया था। Search engine का निर्माण इसलिए किया गया था, क्यंकि web server और file को locate करना मुश्किल था।
सबसे पहले वाला सर्च इंजन एक school का project के रूप में था, उसको बनाने वाले का नाम Alan है। साल 1990 में वो McGill University का student था।
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Last Final Word
दोस्तों यह थी सर्च इंजन क्या है और वह कैसे कार्य करता है उसके बारे में जानकारी। हम उम्मीद करते हैं कि हमारी जानकारी से आपको इस विषय को समझने में आसानी रही होगी। अगर अभी भी आपके मन में इस विषय से संबंधित कोई सवाल हो गया हो तो हमें कमेंट के माध्यम से बताइए। और अगर आपको हमारा आर्टिकल पसंद आया हो तो इसे अपने दोस्तों के साथ शेयर कीजिए।
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