वेब डेवलपर कैसे बने?

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आज के इस आर्टिकल में हम आपको बताएँगे की वेब डेवलपर (Web Developer) कैसे बनेंगे? और किस तरह आप वेब डेवलपर की फिल्ड में कम से कम महेनत करके ज्यादा से ज्यादा उत्पादकता (Productivity) प्राप्त कर सकते है। तो आइये इस आर्टिकल को शुरू करते है और जानते है की वेब डेवलपर (Web Developer) कैसे बनते है?

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वेब डेवलपर बनने के लिए जिम्मेदारी (Responsibilities to Become a Web Developer)

दोस्तों! अगर आप लोग एक वेब डेवलपर बनना चाहते है तो वो क्या चीजे है जो आप लोगो की जिम्मेदारी में होगी, इसकी बात कर लेना बहुत ज्यादा जरुरी है। पहला तो यह की सबसे पहले आपको वेब पेजिस बनाने पड़ेंगे, अलग – अलग भाषाओ (Languages) का प्रयोग करके। लेकिन साथ ही साथ सबसे पहले आपको अपने ग्राहक (Client) को मनवाना (Convince) पड़ेगा की, आप जो बनाने वाले है वो वही है जो वह चाहता है।

इसीलिए आपको गुणवत्ता (Quality) वाले मोकप्स (Mockup) और प्रोटोटाइप्स (Prototypes) बनाने की समज होनी चाहिए, यानि की आप लोग वेब साईट को बिना बनाये अपने ग्राहक (Client) को समजा दे की आप क्या बनाने वाले है। इसके लिए ड्रो डॉट आईओ (Draw Dot IO) करके एक वेब साईट है जिसका आप इस्तेमाल कर सकते है, या फिर आप प्रो पोइंट (Pro Point) का इस्तेमाल कर सकते है और भी बहुत सारे डिजाइन टूल्स (Design Tools) है जिसमे आप तुरंत (Quickly) मोकप्स (Mockup) बना सकते हो।

वेब डेवलपर की एक और जिम्मेदारी है की वह यूजर एक्सपीरियंस (User Experience) और यूजर इंटरफेस (User Interface) को समजे यानि की वह समजे की किस तरह यूजर उसकी वेबसाईट पर आयेगा और वो यूजर की किस प्रॉब्लम का समाधान करने वाला है, क्युकी अगर इस चीज की समज उसे नहीं हुई तो वो एक सफल वेबसाईट नहीं बना पायेगा। एक और बहुत बड़ी जिम्मेदारी वेब डेवलपर यह होती है की आने वाले समय में अगर उसकी वेबसाईट का स्किल (Skill) बढ़ जाता है यानि की उस पर आने वाले यूजर्स की मात्र बढ़ जाती है तो वो किस तरह से स्किलिंग (Skilling) करेगा?, किस तरह से मेंटेन (Maintain) करेगा?, यूजर जिस तरह से उसकी वेबसाईट पर रिस्पोंड (Respond) कर रहे है, उसके अनुसार वह क्या कार्रवाई (Action) लेगा? प्रमुख रूप से वेब डेवलपर की 3 जिम्मेदारी होती है, इसी के साथ साथ कई और भी जिम्मेदारी रहती है वेब डेवलपर की।

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वेब डेवलपर कैसे बना जा सकता है? (How to Become a Web Developer?)

यहाँ पर हम बात करेंगे की एक सफल वेब डेवलपर कैसे बना जा सकता है? अगर आप लोगो को वेब डेवलपर बनना है तो आप लोग एक फ्रंट-एंड वेब डेवलपर (Front-End Web Developer) बन सकते है, फिर आप लोग एक बेकेंड वेब डेवलपर (Backend Web Developer) बन सकते है या फिर आप एक फुल स्टेक वेब डेवलपर (Full Stake Web Developer) बन सकते है।

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फ्रंट-एंड वेब डेवलपर (Front-End Web Developer)

फ्रंट-एंड (Front-End) का मतलब होता है की वो चीजे जो आपको दिखती है, वो चीजे जिससे यूजर मेलजोल (Interact) करता है। आसान भाषा में कहा जाये तो फ्रंट-एंड (Front-End) का मतलब है HTML, CSS और जावा स्क्रिप्ट (Java Script) जो की आपके ब्राउजर में भेजी जाती है। पर यह HTML, CSS और जावा स्क्रिप्ट क्या है? तो दोस्तों! पहले हम यह जानते हैं।

HTML :- HTML का फुल फॉर्म है हाइपर टैक्स मार्केट लैंग्वेज (Hyper Tax Market Language), यह एक तरह की भाषा होती है, जिसे कंप्यूटर आसानी से समज सकता है। इस HTML को कंप्यूटर में नोटपेड पर लिखा जाता है और कोड में लिखा जाता है, इस कोड को टेग कोड कहते है। HTML से वेब साईट के पेज को बनाया जाता है, वेब साईट को बनाया जाता है।

CSS :- CSS का फुल फॉर्म क्लाइंट साइट स्क्रिप्टिंग लेंग्वेज (Client Site Scripting Language) है। जिसका इस्तेमाल हर वेब साइट में CSS भाषा से ही कोडिंग में किया जाता है। इसलिए, उम्मीदवार CSS भाषा के संबंध में कोचिंग, या ऑनलाइन इसकी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।

जावा स्क्रिप्ट (Java Script) :- वेब डेवलपर बनने के लिए आपको जावा स्क्रिप्ट भाषा का ज्ञान होना चाहिए। इसलिए इसे सीखने के लिए आपको वेब डेवलपमेंट कोर्स का बेसिक कोर्स करना होगा। यह एक ऐसी भाषा है जिसमें लॉजिक ऑपरेशंस (Logic Operations) हैं, इसलिए आप इसे नेट के माध्यम से भी पढ़ सकते हैं।

जब भी आप एक रिक्वेस्ट मारते है वेब सर्वर (Web Server) को यानि की आप वेब सर्वर (Web Server) को कहते है की मुझे गूगल डॉट कोम (Google Dot Com) दे दो। यानि की जब आप गूगल डॉट कोम को अपने URL बार में टाइप करके एंटर मारते है, तो आप गूगल डॉट कोम के सर्वर से गूगल डॉट कोम पेज को रिक्वेस्ट करते है। इस रिक्वेस्ट का मतलब होता है की आप वो HTML, CSS और जावा स्क्रिप्ट (Java Script) मांग रहे है, जिससे की आपका गूगल डॉट कोम वाला जो पेज है वह बनता है। तो आपको गूगल डॉट कोम का सर्वर HTML, CSS और जावा स्क्रिप्ट (Java Script) का मिश्रण भेजेगा।

अब वो मिश्रण जैसे ही आपके पास आयेगा, आपके क्रोम ब्राउजर की जिम्मेदारी होगी की इन तीनो के मिश्रण को जैसा आपको गूगल डॉट कोम का पेज दिखाई देता है वैसा दिखाई दे, तो आपको जो गूगल डॉट कोम का पेज दिखाई देता है, वो आपको ब्राउजर द्वारा जो HTML, CSS और जावा स्क्रिप्ट (Java Script) जो गूगल के सर्वर ने भेजी है उसको इंटरप्रेट (Interpret) करके दिखाया जाता है। अब HTML, CSS और जावा स्क्रिप्ट (Java Script) के साथ साथ ब्राउजर आपको कुछ इमेजिस (Images) भी डिस्प्ले करके देता है, जिनका URL आपको पहले से गूगल डॉट कोम का सर्वर भेजता है और किसी भी तरह की वेबसाईट की बात करले, वो इसी तरह काम करती है। तो फ्रंट-एंड (Front-End) का मतलब होता है ही HTML, CSS और जावा स्क्रिप्ट को लिखना, उसको डिजाइन करना और कैसे क्या चीज दिख रही है इसका निर्णय लेना।

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बेकेंड वेब डेवलपर (Backend Web Developer)

अगर आप वेबसाईट बना रहे है, तो आप बेकेंड डेवलपर भी बन सकते है। बेकेंड (Backend) मूल रूप से सर्वर-साइड भाषाओ (Languages) में काम करता है, इसमें 2 तरह की लेंग्वेज होती है, एक क्लाइंट-साइड लेंवेज होती है और एक सर्वर साइड लेंग्वेज होती है। बेकेंड (Backend) के लिए कोई कुछ खास सीखने की जरूरत नहीं है, कोई भी एक सर्वर-साइड लेंग्वेज जावा (Java), नोड JS (Node JS), PHP, पाइथन (Python), Django आदि।

कोई भी एक लेंग्वेज सिख सकते है, क्युकी कोई भी एक लेंग्वेज उत्तम होती है। लेकिन बेकेंड (Backend) का मतलब यह है की यह कोड यूजर्स को नहीं दिखाया जायेगा और यह एक छुपा हुआ कोड है। जो की आपकी फ्रंट-एंड (Front-End) जनरेट कर रहा है। जैसे-जैसे यूजर इंटरेक्ट कर रहा है वेबसाईट के साथ, डायनामेकली ये कोड जनरेट कर-कर के यानि की HTML, CSS और जावा स्क्रिप्ट जनरेट कर-कर के आप के ब्राउजर को भेज रहा है और आपके ब्राउजर में वो सारी चीजे दिखाई दे रही है, तो इन जनरल क्या होता है जो बेकेंड डेवलपमेंट है वह थोडासा कठिन हो जाता है।

अगर आप फ्रंट-एंड डेवलपर बनते है तो आप लोगो को सिर्फ डिजाइनिंग देखनी है। HTML, CSS और थोड़ी बहुत जावा स्क्रिप्ट ताकि आप लोग गतिशील रूप से (Dynamically) अपने पेज को यानि की जो HTML, CSS आपने लिखी है, उसको इंटरप्रेट (Interpret) कर सके।

दूसरा होता है डेटाबेज (Database), कोई भी एक डेटाबेज सिख ले वह उत्तम होता है क्युकी सारे के सारे डेटाबेज थोड़े संबंधित ही होते है। कुछ और टूल्स भी होते है, छोटे-छोटे टूल्स होते है, जो आप 2 या 3 घंटे में सिख सकते हो। जैसे पोस्टमेन (Postman) हो गया, स्वेगर (Swagger) हो गया आदि।

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फुल स्टेक वेब डेवलपर (Full Stake Web Developer)

यह था फ्रंट-एंड डेवलपमेंट और बेकेंड डेवलपमेंट, लेकिन उसी के साथ-साथ एक बहुत ही दिलचस्प भूमिका है और उसका नाम है फुल स्टेक डेवलपमेंट। दोस्तों! फुल स्टेक डेवलपर की काफी ज्यादा डिमांड है। यह मेल (Combination) है फ्रंट-एंड डेवलपमेंट और बेकेंड डेवलपमेंट का। फुल स्टेक डेवलपर को बहुत ज्यादा स्लिप रिफर किया जाता है क्युकी फ्रंट-एंड में क्या चल रहा है और बेकेंड में क्या चल रहा है, उस को दोनों की समज होगी तो वो एक अच्छी एप्लीकेशन लिख पायेगा। इसीलिए कुछ फुल स्टेक डेवलपर को भी काम पर रखा जाता है, जिसको सब कुछ आता है जो की दोनों नजरियों से आपकी वेबसाईट को देखता है।

दोस्तों! अचानक से फुल स्टेक डेवलपर की मांग (Requirement) बहुत ज्यादा की होने लगी क्युकी पिछले कुछ साल पहले ओस्कोन (OSCON) सम्मेलन (conference) में फेसबुक जैसी कंपनी ने कहा की वो सिर्फ और सिर्फ फुल स्टेक डेवलपर को ही अपनी कंपनी में काम पर रखते है। इस वजह से बहुत सारे डेवलपर कोशिश कर रहे थे की एक्जेटली फुल स्टेक डेवलपर होता क्या है? हमारे भारत देश में IT कंपनी फुल स्टेक डेवलपर को हायर कर रही है लेकिन वह फ्रंट-एंड डेवलपर्स को भी फुल स्टेक डेवलपर कह रहा है और बेकेंड डेवलपर्स को भी फुल स्टेक डेवलपर कह रहा है।

फ्रंट-एंड वेब डेवलपर, बेकेंड वेब डेवलपर और फुल स्टेक वेब डेवलपर यह तीनो आपके लिए डेवलपर के विकल्प है। आप यह तीनो में से कोई भी एक भूमिका ले सकते है लेकिन आप शुरुआत कर रहे हो तो आपको सबसे पहले डिजाइन करना सीखना चाहिए।

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वेब डेवलपर बनने के लिए योग्यता (Qualification to Become a Web Developer)

उम्मीदवार जो वेब डेवलपर बनना चाहते हैं तो किसी भी स्ट्रीम से मान्यता प्राप्त यूनिवर्सिटी और संस्थान से 12वीं या ग्रेजुएशन में सफलता अनिवार्य है। इसके बाद पुरुष और महिला दोनों ही इस पद के लिए आगे का कोर्स कर सकते हैं। अगर आप ने 12वीं पास किया हो, ग्रेजुएशन किया हो, BA, Bcom, BSc कुछ भी किया हो आप वेब डेवलपर का कोर्स कर सकते हो। वेब डेवलपर के लिए कोई लिमिटेशन एसा नहीं है लेकिन अगर आपको जॉब चाहिए होगा तो कम से कम आपको ग्रेजुएट होना जरुरी है। मगर आपको कोर्स करना हो तो 12वीं पास भी काफी है।

लेकिन जब आप Diploma in Computer Science, BCA, BTech in Computer Science में से कोई भी कोर्स कर लेते हो तो वेब डेवलपर बनने में आपको काफी आसानी होगी और वेब डेवलपर बनने में बहुत मदद भी मिलेगी। इन कोर्सेज को करने से व्यक्ति कंप्यूटर की काफी भाषा सीखता है। ये सभी कोर्स कंप्यूटर भाषा में बुनियादी (Basic) और उन्नत (Advanced) स्तर की जानकारी प्रदान करते हैं। जो एक अच्छा वेब डेवलपर बनने के लिए बहुत जरूरी है

सरकारी नौकरी करने के मामले में डिग्री की आवश्यकता होती है, लेकिन निजी तौर पर काम करके आय अर्जित करने के मामले में, आपको वेब डेवलपर बनने के लिए ऐसी किसी शैक्षिक योग्यता की आवश्यकता नहीं है। आप बिना किसी डिग्री के भी वेब डेवलपर कोर्स कर सकते हैं, इसके लिए आपको कंप्यूटर और अंग्रेजी का बेसिक ज्ञान होना चाहिए।

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वेब डेवलपर बनने के लिए कौशल (Skills to Become a Web Developer)

वेब डेवलपर एक पेशेवर नौकरी है, वेब डेवलपर बनने के लिए आपके अंदर वेब डेवलपर कौशल (Skills) होना बहुत जरूरी है। दोस्तों! अब हम उन स्किल के लिस्ट की बात करेंगे, जो वेब डेवलपर बनने के लिए बहुत जरुरी है।

वेब डेवलपर बनने के लिए कुछ प्रोग्रामिंग लैंग्वेज आपको जाननी होगी, जो बहुत जरुरी है – जैसे की CSS, HTML, PHP, Java Script, Java, Query आदि।
वेब डेवलपर बनने के लिए आपका क्रिएटिव (Creative) होना और लॉजिकल (Logical) होना बहुत जरूरी है।
एक अच्छा वेब डेवलपर बनने के लिए आपके पास कम्युनिकेशन स्किल्स होना बहुत जरूरी है ताकि आप अपने आइडिया अपनी टीम को अच्छे से बता सकें।
आपके अंदर मैनेजमेंट स्किल्स होना भी बहुत जरूरी है और साथ ही आपको नए ट्रेंड्स की समझ भी होनी चाहिए।
आपको पता होना चाहिए कि फोटोशॉप (Photoshop), कैनवास (Canvas), पिक्सर्ट (picsart) जैसे वेबसाइट डिजाइनिंग टूल का उपयोग कैसे किया जाता है।
आपको सॉफ्टवेयर भाषा का भी अच्छा ज्ञान होना चाहिए।

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वेब डेवलपर को सैलरी कितनी मिलती है? (Web Developer Salary in Hindi)

यदि आप 2, 3 या 6 महीने सीखते हैं और फ्रेशर के रूप में इंटरव्यू देने के लिए जाते हैं, तो आप 6-7 हजार से 10,000 वेतन की उम्मीद कर सकते हैं। अब आपका अगला स्तर आता है जहां आपने 6 महीने से 1 साल तक काम किया है तो आप 15,000 तक वेतन की उम्मीद कर सकते हैं और इस तरह से अगर आप 3, 4 या 5 साल तक जॉब करते है तो आप 50,000 से 1,00,000 तक सेलेरी भी कमा सकते है।

जैसे-जैसे आप इस फिल्ड में अपना समय व्यतीत करते हैं और आप इस फिल्ड में एक पेशेवर बन जाते हैं तो आपको लाखों रुपये प्रति माह का वेतन मिल सकता है। यह एक ऐसा फिल्ड है जो आने वाले समय में बहुत तेजी से बढ़ेगा और इस फिल्ड में आपको बहुत अच्छे वेतन वाली नौकरी भी मिलेगी।

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Last Final Word

दोस्तों! इस आर्टिकल के जरिये हमने आपको “वेब डेवलपर कैसे बना जा सकता है?” और उससे जुडी सारी जानकारी दे दी है। अगर इस आर्टिकल से जुड़ा कोई भी प्रश्न हो, आप कोमेंट में पूछ सकते है।

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